भारत के महानतम एथलीट्स में से एक मिल्खा सिंह का शुक्रवार को 91 की उम्र में निधन हो गया। वह कोविड के बाद की समस्याओं से जूझ रहे थे। पांच दिन पहले ही मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल का कोविड के बाद की समस्याओं से जूझने के कारण देहांत हुआ था।
क्रिकेट जगत ने महान ओलंपियन के निधन पर शोक प्रकट किया है। मिल्खा सिंह ने एशियाई गेम्स में चार गोल्ड मेडल जीते थे। वह 1960 रोम ओलंपिक्स में 400 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर थे। भारतीय क्रिकेटरों ने इस तरह मिल्खा सिंह के परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की।
(एक विरासत जिसने पूरे देश को उत्कृष्टता के लिए प्रेरणा दी। कभी हिम्मत नहीं हारना और अपने सपनों का पीछा करना। मिल्खा सिंह जी। आपको कभी भुलाया नहीं जा सकता।)
(महान मिल्खा सिंह जी हमें शरीर से छोड़कर गए, लेकिन नाम मिल्खा हमेशा प्रोत्साहन और दृढ़-शक्ति के साथ पर्याय की तरह रहेगा। कितने शानदार व्यक्ति। उनके परिवार के लिए मेरी संवेदनाएं। ऊं शांति।)
(इस खबर से बेहद दुखी हूं। रिप। भारत के महानतम खिलाड़ियों में से एक। आपने युवा भारतीयों को एथलीट बनने का सपना दिखाया। आपको करीब से जानने का सम्मान मिला था।)
(रेस्ट इन पीस हमारे बहुत अपने फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह जी। आपके निधन से प्रत्येक भारतीय के दिल में गहरा शून्य है, लेकिन आप आने वाली कई पीढ़ियों को प्रेरणा देते रहेंगे।)
(भारत के महानतम ओलंपिक धावक। 60 के दशक में कम सुविधाओं के बावजूद अपनी प्रतियोगिता की भावना से दुनिया को हिला दिया। उन्होंने दूसरे स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति शब्द लिया। इज्जत। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। जीव मिल्खा सिंह और परिवार को संवेदनाएं।)
(महान मिल्खा सिंह जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ।)
(रिप मिल्खा सिंह जी। आपने ऐसी विरासत अपने पीछे छोड़ी है, जो भारतीय एथलीट्स की पीढ़ियों को प्रेरणा देगी। उनके परिवार के लिए मेरे विचार और प्रार्थनाएं।)
(रिप मिल्खा सिंह सर। एक सच्चे खेल आइकॉन।)
(फ्लाइंग सिंह ने दूर की उड़ान भरी, लेकिन लेजेंड हमेशा जीते हैं।)
(मिल्खा सिंह जी के निधन का सुनकर गहरा दुख हुआ। उनकी विरासत जीवित रहेगी। सच्चे लेजेंड और आइकॉन। उनके परिवार और दोस्तों के लिए संवेदनाएं।)