क्रिकेट में कहा जाने लगा है कि उम्र महज आंकड़ा है क्योंकि आप जब तक खुद को फिट महसूस कर रहे हैं और बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब हो रहे हैं तो खेलना जारी रख सकते हैं। काउंटी क्रिकेट में इस बात को 45 साल का एक खिलाड़ी बहुत अच्छी तरह साबित कर रहा है। इस खिलाड़ी का नाम है डैरेन स्टीवंस।
45 साल के स्टीवंस काउंटी चैंपियनशिप में केंट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इन्होंने ग्लेमोर्गन के खिलाफ मुकाबले में पहले 149 गेंदों में 15 चौके और 15 छक्के की मदद से 190 रन की उम्दा पारी खेली। फिर गेंदबाजी में डैरेन ने अपना जलवा बिखेरा और मौजूदा क्रिकेट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशैन को अपना शिकार बनाया। स्टीवंस ने लबुशैन को एलबीडब्ल्यू आउट करके अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। बल्लेबाजी में लड़खड़ाने के बाद ग्लेमोर्गन को बढ़त मिलने का खतरा सता रहा था।
देखें स्टीवंस ने कैसे मार्नस लैबुशेन को अपना शिकार बनाया। काउंटी चैंपियनशिप ने स्टीवंस की पारी का वीडियो शेयर किया, जिसमें उनके 190 रन की पारी के दौरान चौके-छक्के शामिल हैं।
बता दें कि ग्लेमोर्गन ने गुरुवार को टॉस जीतकर कैंटरबरी के सेंट लॉरेंस ग्राउंड में फील्डिंग का फैसला किया। केंट के ओपनर्स ओली रॉबिनसन और जॉर्डन कोक्स ने 60 रन जोड़कर टीम को सधी हुई शुरूआत दिलाई। इसके बाद केंट की पारी लड़खड़ाई और अगले 32 रन के स्कोर पर उसके सात विकेट गिरे। स्टीवंस और नाथन गिलेस्पी ने 36 रन की साझेदारी की, लेकिन केंट की टीम 128 रन के स्कोर पर 8 विकेट गंवा चुकी थी।
डैरेन स्टीवंस का जलवा
यहां से 45 साल के स्टीवंस ने अपना जलवा बिखेरा और 190 रन की यादगार पारी खेली। उल्लेखनीय है कि स्टीवंस की पारी का अंत मार्नस लैबुशेन ने ही किया था। स्टीवंस ने मिगुएल कमिंस के साथ 9वें विकेट के लिए 166 रन की साझेदारी की थी। कमिंस ने इस साझेदारी में केवल 1 रन का योगदान दिया था। स्टीवंस की यादगार पारी की बदौलत केंट ने 307 रन का स्कोर खड़ा किया।
इसके बाद ग्लेमोर्गन ने दूसरे दिन की समाप्ति तक 48 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। खराब रोशनी के कारण मैच रुका था। स्टीवंस ने अपनी पारी के दौरान 15 चौके और 15 छक्के जमाए। स्टीवंस का यह 36वां फर्स्ट क्लास शतक था। बता दें कि स्टीवंस ने 315 फर्स्ट क्लास मैचों में 15,940 रन बनाए हैं। ऑलराउंडर दाएं हाथ से मध्यम गति की गेंदबाजी करते हैं। उन्होंने 565 फर्स्ट क्लास विकेट अपने नाम किए हैं।