विदर्भ के स्टार गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के सामने अपनी फिटनेस को यूएसपी (यूनिक सेलिंग पॉइंट) के रूप में पेश करना चाहते हैं, ताकि भारतीय टीम (Team India) में उनकी वापसी को लेकर विचार किया जा सके।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज उमेश ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पटखनी दी थी। उस मुकाबले में उमेश को चौथे गेंदबाज के रूप में स्क्वाड जगह मिली थी, लेकिन वह सिर्फ दो विकेट ले पाए थे। इसके बाद उमेश को टीम से ड्राप कर दिया गया था और तब से वह टीम से बाहर चल रहे हैं। लेकिन दाएं हाथ का अनुभवी तेज गेंदबाज टीम में वापसी करने के लिए लगातार घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं।
टीम इंडिया में अपनी वापसी को लेकर स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए उमेश ने कहा,
देखिए, मैं यह नहीं कह सकता कि मैं कब या कैसे वापस आऊंगा। यह पूरी तरह से प्रबंधन और चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है कि वे क्या चाहते हैं और वो किस खिलाड़ी से क्या उम्मीद करते हैं। मेरे हाथ में जो चीज है वो मेरी फिटनेस है। मुझे पता है कि मैं जितनी अधिक गेंदबाजी करूँगा, उतना ही फिट होऊंगा और रह सकूंगा। मेरा शरीर फिट है, सभी ने देखा है कि इस सीजन में मैंने अब तक 7 मैच खेले है। मुझे निश्चित रूप से लगता है कि मेरे पास क्षमता है।
उमेश की गिनती भारत के सबसे सफल और खतरनाक स्विंग गेंदबाज के तौर पर होती है। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में अब तक खेले 32 मैचों में 25.88 की औसत से 101 विकेट हासिल किये हैं।
वहीं, रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में दाएं हाथ के अनुभवी गेंदबाज उमेश 7 मैचों में 26.77 की औसत से 27 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। उमेश को पूरी उम्मीद है कि फाइनल मुकाबले में भी उनकी टीम मुंबई के विरुद्ध अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखेगी।