भारत (Indian Cricket Team) और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट (ENG vs IND) मैच के पहले दिन भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन के पीछे रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अहम भूमिका रही। रोहित ने शुरू में समय लिया लेकिन इसके बाद वह अपने चिरपरिचित अंदाज में तेजी से रन बनाते हुए नजर आये और इंग्लैंड के गेंदबाजों पर दवाब बनाया। रोहित दुर्भाग्यशाली रहे और अपने शतक से 17 रन से चूक गए। हालांकि रोहित शर्मा से जब उनके आउट होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसमें ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था। रोहित ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाई और केएल राहुल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 126 रन की साझेदारी की।
रोहित शर्मा की पारी का अंत इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने किया। एंडरसन ने अपनी एक शानदार इनस्विंगर से रोहित शर्मा को बोल्ड आउट किया। रोहित 145 गेंदों में 83 रन बनाकर आउट हुए।
पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए रोहित शर्मा ने खुलासा किया कि अपने पहले विदेशी शतक से चूकने के बाद उन्हें कैसा लगा। उन्होंने कहा,
"हाँ, आप ऐसा कह सकते हैं, मैं सर्वश्रेष्ठ नहीं कहूंगा लेकिन निश्चित रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण मैंने खेला है। मुझे बहुत अच्छा लगा, मैं बहुत खुश था। दुर्भाग्यपूर्ण तरीसे से आउट हुआ लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था।"
टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा ने जब से ओपनिंग करना शुरू किया है तब से उनका प्रदर्शन बहुत ही उम्दा रहा है। उन्होंने घर पर कुछ बड़ी पारियां खेली। वहीं विदेशों में उन्होंने नयी गेंद का बखूबी सामना किया और भारत को हर मैच में लगभग अच्छी शुरुआत देने में कामयाबी हासिल करवाई है।
रोहित शर्मा ने टेस्ट प्रारूप को सबसे चुनौतीपूर्ण बताया
रोहित शर्मा स्वाभाविक रूप से एक आक्रामक बल्लेबाज हैं, जो लगातार शॉट खेलना पसंद करते हैं। हालांकि रोहित ने टेस्ट में अपने खेल में थोड़ा नियंत्रण दिखाया और शुरुआत में पूरा समय लेने के बाद ही शॉट लगना शुरू किया। अपनी खेल में टेस्ट प्रारूप के हिसाब से बदलाव के बारे में उन्होंने कहा,
"जब परिस्थितियां आपके खिलाफ हों, तो आपको खुद से बात करते रहना होगा और अनावश्यक शॉट्स को कम करना होगा, खासकर नई गेंद के साथ। एक बार जब आपको पिच का अहसास हो जाए तो आप कुछ शॉट खेलने की कोशिश कर सकते हैं।"