जिम्बाब्वे क्रिकेट (Zimbabwe Cricket) ने शनिवार को कहा कि वो अपने पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर (Brandon Taylor) की हरकतों से हुए नुकसान को देखकर बहुत निराश हैं।
टेलर ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर खुलासा किया था कि एक भारतीय बिजनेसमैन ने उन्हें फिक्सिंग के लिए संपर्क किया और इस मामले में उन्होंने आईसीसी को बताने में देरी कर दी। इसके बाद आईसीसी ने भ्रष्टाचार विरोधी संहिता के चार आरोपों के उल्लंघन और डोपिंग विरोधी संहिता के एक आरोप के उल्लंघन करने के लिए टेलर पर साढ़े तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया।
जिंबाब्वे क्रिकेट ने शनिवार को विज्ञप्ति जारी करके कहा, 'जिंबाब्वे क्रिकेट आईसीसी के ब्रेंडन टेलर को साढ़े तीन साल प्रतिबंधित करने के फैसले का सम्मान करता है। टेलर ने आईसीसी भ्रष्टाचार विरोधी और डोपिंग विरोधी संहिता के उल्लंघन के आरोप को स्वीकार किया है। एक संगठन के रूप में, हम निस्संदेह प्रतिभाशाली खिलाड़ी के काम से हुए नुकसान को देखकर बहुत निराश हैं, जिसे व्यापक रूप से हमारे देश से उभरने वाले सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक माना जाता है।'
जिंबाब्वे क्रिकेट ने साथ ही कहा कि टेलर ने उन लोगों को बच्चों को नीचा दिखाया, जो उनकी कद्र करते हैं। जिंबाब्वे क्रिकेट ने कहा, 'खिलाड़ी आदर्श होते हैं और उन पर जिम्मेदारी होती है कि वो पर्याप्त तरीके से बर्ताव करें। दुर्भाग्यवश टेलर, जिन्होंने मैच फिक्स करने के लिए रिश्वत ली और साथ ही कोकीन का सेवन किया, उन्होंने खेल, अपने देश, सभी लोगों, को निराश किया। इसमें प्रभावी बच्चे भी शामिल हैं, जो टेलर पर विश्वास करते हैं और उन्हें मानते हैं।'
ब्रेंडन टेलर पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक के बाद जिंबाब्वे के दूसरे क्रिकेटर हैं, जिन्हें आईसीसी ने हाल ही में भ्रष्टाचार विरोधी संहिता के उल्लंघन के कारण प्रतिबंधित किया। जिंबाब्वे क्रिकेट ने कहा, 'अब हम उसके धोखे और लालच की कीमत गिनने के लिए बचे हैं: हमारे खेल की विश्वसनीयता को गंभीर रूप से कम कर दिया गया है, जबकि एक संगठन और एक देश के रूप में हमारी छवि पर दाग लगा है।'
कड़े नियम बनाने की जरूरत: जिंबाब्वे क्रिकेट
जिंबाब्वे क्रिकेट ने आगे कहा, 'बोर्ड ने मैच फिक्सिंग में शामिल होने वाले लोगों को सख्त सजा देने के लिए कड़े नियम बनाने पर जोर दिया है। हमारा मानना है कि इस तरह की स्थितियां हमारे देश को खेल धोखाधड़ी को एक आपराधिक अपराध बनाने की तुरंत जरूरत को दर्शाती है। जरूरत है कि मैच फिक्सर्स को कड़ी सजा दी जाए। क्रिकेट की विश्वसनीयत को बड़ा झटका लगने से पहले हमें कड़े नियम बनाने की आवश्यकता है।'
जिंबाब्वे क्रिकेट ने कहा कि वह आईसीसी के साथ काम करेगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। विज्ञप्ति में कहा गया, 'भ्रष्टाचार की क्रिकेट में कोई जगह नहीं है और जो इसमें शामिल हैं, वो खेल से बाहर होने के हकदार हैं और उन पर मैच फिक्सिंग व संबंधित अपराधों के कानून की पूछताछ होना चाहिए।'
इसमें आगे कहा गया, 'हमारे हिस्से की बात करें तो हम आईसीसी के साथ मिलकर लगातार मेहनत करके सुनिश्चित करेंगे कि सभी खिलाड़ी और क्रिकेट से जुड़े सभी लोग उचित आचरण मानकों के संबंध में प्रासंगिक जानकारी और महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त करें।'