महिला क्रिकेट का विकास अब पूरी दुनिया में तेजी से हो रहा है। महिलाओं की अब कई लीग भी अलग-अलग देशों में खेली जा रही हैं जो फैंस को काफी पसंद आ रही है। हालांकि अभी भी क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट यानि टेस्ट में महिला क्रिकेट का विकास काफी धीमी गति से हो रहा है। इसे लेकर ही ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप विनिंग कप्तान और पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मेग लैनिंग (Meg Lanning) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने महिला टेस्ट क्रिकेट के विकास पर अपनी दो टूक राय देते हुए कहा कि आईसीसी को या तो अधिक महिला टेस्ट पर ध्यान केंद्रीत करना चाहिए या इस फॉर्मेट को हमेशा के लिए खत्म कर देना चाहिए।
एएपी से बात करते हुए मेग लैनिंग ने महिला टेस्ट पर कहा कि ‘टेस्ट मैच की तैयारी करना वाकई मुश्किल काम है। मेरे करियर में हम हर दो साल में एक बार टेस्ट मैच खेलते थे। इसे दोबारा कैसे खेलना है इस पर काम करने में हमें दो दिन लगते थे और फिर टेस्ट खत्म हो जाता था। यदि आप वास्तव में चाहते हैं कि खेल की एक अच्छी प्रतियागिता हो और अधिक देश खेलें और खिलाड़ी खेल को थोड़ा और समझे तो हमें शायद और अधिक टेस्ट खेलने की जरूरत है।’
मेग लैनिंग ने आगे कहा कि टेस्ट मैच खिलाड़ियों को अपनी तकनीकी क्षमता सुधारने का मौका देता है। इससे टीम को विश्व स्तर पर अपनी मजबूती हासिल करने का मौका मिलता है।’
मेग लैनिंग की बातों से साफ है कि वह आईसीसी से यही चाहती हैं कि आईसीसी महिला टेस्ट क्रिकेट के मैच की संख्या बढ़ाए। हाल ही में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम भारत के दौरे पर 1-1 टेस्ट मैच की सीरीज खेली थी। इन दोनों देशों को भारतीय महिला टीम ने मात दी थी। मेग लैनिंग से पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख निक हॉकले भी अधिक महिला टेस्ट मैच कराने की वकालत कर चुके हैं।