पिछले एक साल में कई भारतीय गेंदबाज और खिलाड़ी चोट का शिकार बने हैं। इसलिए यह खिलाड़ी कई अहम सीरीज और टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा नहीं बन पाए, जिसका खामियाजा भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को भुगतना पड़ा है। पिछले साल ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने लम्बे समय बाद वापसी की तो तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा (Ravindra Jadeja) पिछले साल से ही टीम इंडिया का हिस्सा नहीं बन पाए है। भारत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली हालिया खिलाड़ियों की चोट के बारे में पूछे जाने पर पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने करारा जवाब दिया है।
गल्फ न्यूज के साथ बातचीत में कपिल देव ने स्वीकार किया कि ज्यादा क्रिकेट होने की वजह से, जिसमें अंतरराष्ट्रीय, घरेलू और फिर टी20 लीग शामिल हैं, के परिणामस्वरूप क्रिकेटरों के चोटिल होने की संभावना अधिक होती है। उन्होंने इस सन्दर्भ कहा कि, 'अब क्रिकेट का सीजन 10 महीने से ज्यादा का हो गया है। जितना अधिक आप खेलेंगे उतनी अधिक चोटें लगेंगी। क्रिकेट कोई साधारण खेल नहीं है। आपको एथलेटिक होना होगा, सभी मांसपेशियों का उपयोग करना होगा। हर चीज को अपनाना इतना आसान नहीं है, यह शरीर पर भारी पड़ता है और इसलिए चोट लगती है।'
कपिल देव ने चोटिल गेंदबाजों के अभ्यास पर तीखी प्रतिक्रिया रखते हुए आगे कहा कि, 'जितना अधिक आप नेट में गेंदबाजी करेंगे, आपकी मांसपेशियां उतनी ही अधिक विकसित होने लगेंगी। आज मुझे बताया गया है कि तेज गेंदबाजों को केवल 30 गेंदें करने की अनुमति है। यही एक बड़ा कारण है, जब वे प्रोफेशनल होने के चलते अपने खेल का इतना तनाव लेते हैं।' टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा चोट के चलते टी20 विश्व कप से बाहर हो गए थे और हाल ही में इन दोनों खिलाड़ियों की वापसी पर अभी भी संदेह बना हुआ है।