ऑस्ट्रेलिया (Australia Women's Team) और भारत (Indian Women's Team) की महिला टीमों के बीच हाल ही में एकमात्र पिंक टेस्ट मैच (Pink Test Match) ड्रॉ हुआ इस टेस्ट मैच में बारिश ने भी बाधा डाली, तो चार दिवसीय होने कारण इसका नतीजा नहीं निकल पाया। आधिकारिक तौर पर महिला क्रिकेट टेस्ट मैच 4 दिनों का खेल होता है और जबकि पुरुष टेस्ट मैच में 5 दिन होते है। भारतीय टीम इस मैच के अंतिम दिन मजबूत स्थिति में थी। उसके बाद सोशल मीडिया पर कई महिला खिलाड़ियों 5 दिन के महिला टेस्ट मैच को लेकर अपनी राय रखी और सवाल खड़े किये, तो वही टीम इंडिया (Team India) के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम (Saba Karim) ने महिला टेस्ट मैचों को 5 दिन का न होने का मुख्य कारण बताया है।
सबा करीम ने खेलनीति पर हुए एक पॉडकास्ट के दौरान इस विषय को लेकर अपना पक्ष रखा और कहा कि, 'मेरे मुताबिक महिला टेस्ट मैच 5 दिन के नहीं होने चाहिए। चार दिनों में टीमों को कम से कम 400 ओवर खेलने को मिलते हैं। पुरुषों के खेल में पांच दिनों में 450 ओवर मिलते हैं, तो सिर्फ 50 ओवर का अंतर है।' सबा करीम ने दोनों पक्षों की तुलना करते हुए ज्यादा अंतर नहीं पाया। इसलिए उनके मुताबिक महिला टेस्ट मैच 4 दिनों का ही होना चाहिए।
उन्होंने इस सन्दर्भ में आगे एक और राय दी और महिला खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना रवैया बदलने का सुझाव दिया। उन्होंने संक्षिप्त में कहा कि, 'मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को अपनी मानसिकता में थोड़ा बदलाव करने की जरूरत होगी। अगर हम पुरुषों के क्रिकेट पर एक नज़र डालें, तो पिछले एक दशक में टेस्ट मैचों में बहुत अधिक परिणाम आए हैं। क्योंकि टीमों ने अपना दृष्टिकोण बदल दिया है। वे बहुत अधिक आकर्षक क्रिकेट खेल रहे हैं और तेजी से स्कोर कर रहे हैं। ताकि उनके पास 20 विकेट लेने का समय हो। इसलिए महिला टीमों को भी इसी तरह की मानसिकता अपनाने की जरूरत है। मुझे लगता है कि महिला क्रिकेट में परिणाम देने के लिए चार दिन का टेस्ट काफी है।