क्रिकेट जगत में स्पॉट फिक्सिंग कोई नया मामला नहीं है लेकिन इन सभी से पर्दा उठाना और सच बताना किसी भी क्रिकेटर के लिए बड़ी और हिम्मत वाली बात मानी जाती है। जिम्बाब्वे (Zimbabwe) के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर (Brendan Taylor) ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये एक हैरान करने वाला स्पॉट फिक्सिंग का किस्सा बताया है, जिसके चलते उनकी मेंटल हेल्थ और क्रिकेट करियर पर भी असर पड़ा है। उन्होंने इस पोस्ट में कई गंभीर खुलासे किये, जिसमें एक भारतीय बिजनेसमैन ने उन्हें स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए उनको ब्लैकमेल किया था।ब्रेंडन टेलर ने कई गंभीर खुलासे करते हुए कहा कि, 'एक भारतीय बिजनेसमैन ने मुझे स्पोंसरशिप और जिम्बाब्वे में टी20 लीग शुरू करवाने के बहाने पैसे देकर भारत बुलाया। पिछले छह महीनों से जिम्बाब्वे क्रिकेट की तरफ से मुझे किसी भी प्रकार की राशि नहीं मिली थी, इसलिए मैंने भारत जाने का फैसला किया, जहाँ मैंने उनके और उनके कई साथियों के साथ डिनर किया। इस दौरान उन्होंने मुझे कोकेन का सेवन करवाया और मेरा वीडियो भी बना लिया। अगली सुबह उन्होंने मुझे वीडियो दिखाया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मैच फिक्स करने के लिए ब्लैकमेल किया। उन्होंने मुझे कुछ रुपए भी दिए, जिसके बाद अपनी जान बचाने के चक्कर में मैंने वो पैसे लिए और भारत छोड़ कर आ गया। ब्रेंडन टेलर ने आगे कहा कि, 'घर लौटने के चार महीने बाद तक मैं स्ट्रेस में रहा और बिजनेसमैन ने भी मुझ पर लगातार दबाव बनाया। इसके बाद मैंने आईसीसी से इसकी जानकारी दी ताकि मैं अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकूं। आईसीसी अब इस मामले की छानबीन कर रही है और मेरे ऊपर कई साल का बैन लगाने को देख रही, जिसके लिए मैं तैयार हूँ। पिछले दो साल मेरे जीवन के लिए बड़े कठिन रहें हैं लेकिन क्रिकेट खेल को मैंने शर्मशार नहीं किया। क्योंकि मैंने इस दौरान किसी भी प्रकार की स्पॉट फिक्सिंग नहीं की।' 25 जनवरी से वह रिहैबिलेशन में जा रहे हैं, ताकि ड्रग्स की लत से बाहर आ सकें और जो हालात बिगड़े हैं उन्हें सुधारकर ज़िंदगी को फिर पटरी पर ला सकें। ब्रेंडन टेलर का पूरा स्टेटमेंट पढ़ने के लिए नीचे दिया गया उनका ट्वीट पढ़ें Brendan Taylor@BrendanTaylor86To my family, friends and supporters. Here is my full statement. Thank you!1:30 AM · Jan 24, 202286432041To my family, friends and supporters. Here is my full statement. Thank you! https://t.co/sVCckD4PMV