भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के खिलाड़ी हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर बड़ा फैसला लिया है। आंध्र प्रदेश के इस दाएं हाथ के खिलाड़ी ने फैसला लिया है कि वे अपने करियर को पुनः आगे ले जाने के लिए आने वाले 2023–24 घरेलू सीजन में मध्य प्रदेश से खेलेंगे। विहारी को मध्य प्रदेश की टीम से जुड़ने के लिए अपनी वर्तमान स्टेट बोर्ड, आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिलना का इंतजार है।
इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत के लिए 16 टेस्ट मैच खेले है, जहां उन्होंने 33.56 की औसत से 839 रन बनाएं है। विहारी ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट पिछले साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
विहारी को मध्य प्रदेश टीम की मिल सकती है कमान
विहारी वर्तमान में दिलीप ट्राॅफी में साॅउथ जोन की कप्तानी संभाल रहे है, और माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश टीम के साथ जुड़ते ही उन्हें टीम की कमान सौंपी जा सकती है।
माना ये भी जा रहा है कि विहारी बहुत समय से विख्यात घरेलू क्रिकेट कोच चंद्रकांत पंडित की छत्र–छाया में खेलना चाह रहे थे, इसलिए उन्होंने मध्य प्रदेश से जुड़ने का निर्णय लिया। पंडित ने अपनी कोचिंग के दौरान मुंबई, विधर्भ और हाल ही में मध्य प्रदेश को रणजी ट्रॉफी का चैंपियन बनाया है।
हालिया घेरेलू सीजन में विहारी, आंध्र प्रदेश की कप्तानी करते हुए उन्हें नॉकआउट चरण तक लेकर गए, मगर इस दौरान वो बल्ले से उतने सफल नहीं रहे। विहारी 14 पारियों में केवल 490 रन बना सके, जिसमें दो अर्धशतक शामिल रहे।
अगर हम हनुमा विहारी के पूरे फर्स्ट क्लास करियर पर नजर डाले, तो पता चलेगा की ये खिलाड़ी का प्रदर्शन घेरेलू क्रिकेट में जबरदस्त रहा हैं। इन्होंने 113 मैचों में 53.41 की औसत से 8600 रन बनाये है, जिसमें 23 शतक और 45 अर्धशतक शामिल हैं।
बता दें कि विहारी के लिए मध्य प्रदेश तीसरी टीम होगी जिसके लिए वो घरेलू क्रिकेट खेलेंगे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत हैदराबाद से की थी और बाद में 2015-16 सीजन में आंध्र प्रदेश की टीम से जुड़ गये थे। आंध्र प्रदेश में जाने से पहले 2021-22 सीजन के लिए एक बार और वे हैदराबाद से खेलने के लिए शामिल हुए थे, और अब उन्होंने अपना रुख मध्य प्रदेश की ओर किया है।