रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश ने आंध्र प्रदेश को 4 रनों से मात दी। आंध्र के इस हार के बाद टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने बोर्ड के प्रति गंभीर आरोप लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है। विहारी ने बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक खिलाड़ी के राजनीतिज्ञ पिता के दवाब में उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया। विहारी के बात सामने रखने के बाद काफी बवाल मचा हुआ है। अब इस मामले को लेकर विहारी ने एक पत्र साझा किया है। जिसपर आंध्र के सभी खिलाड़ियों ने अपना समर्थन देते हुए हस्ताक्षर किये हैं।
हनुमा विहारी ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पत्र का फोटो शेयर किया है। इस फोटो में बोर्ड को टीम के खिलाड़ियों द्वारा लेटर दिया गया है। इसमें लिखा गया है कि ‘सर यह हनुमा विहारी से जुड़े मामले के बारे में है। इसे लेकर टीम के साथी खिलाड़ी द्वारा उनपर गलत भाषा में बातचीत करने का आरोप लगाया है। लेकिन सच यह है विहारी ने उस खिलाड़ी के प्रति गुस्सा नहीं दिखाया था। इस तरह की बातें टीम के वातावरण में आम है और यह टीम के लिए बेहतर है। यह लंबे समय से ड्रेसिंग रूम में चलता आया है। वह आक्रमक तरीके से उस खिलाड़ी के पास नहीं गए थे। दुख की बात है कि टीम के एक खिलाड़ी ने इसे व्यक्तिगत तौर पर ले लिया। हम और टीम के स्पोर्ट स्टॉफ सभी इस दौरान वहां मौजूद थे। हम हनुमा विहारी को कप्तानी जारी रखना चाहते हैं। हमारा उनके साथ कोई विवाद नहीं है और वह हमारे अंदर से बेस्ट निकालना चाहते हैं।’
इस पत्र में आगे लिखा गया है कि ‘आप देख सकते हैं कि उनके नेतृत्व में टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। रणजी सीजन हमारे लिए बहुत मायने रखता है और हम इसके लिए बहुत मेहनत करते हैं। आंध्र रणजी टीम के खिलाड़ी होने के नाते हम विहारी को टीम को लीड करते हुए देखना चाहते हैं।’