अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने अपने नये आय वितरण मॉडल को लागू करते हुए बीसीसीआई (BCCI) को बड़ा तोफा दिया है। इस नये आय वितरण मॉडल से अब भारतीय बोर्ड को आईसीसी द्वारा उत्पन्न की गई कमाई का 38.5 फीसदी हिस्सा मिलेगा, जो आईसीसी की आय का एक तिहाई हिस्सा होगा।
पिछले चक्र के मुकाबले भारत को नये वितरण मॉडल से अपनी आय में 72 फीसदी अधिक वृद्धि देखने को मिलेगी। पिछले चक्र में बीसीसीआई आईसीसी की कुल कमाई का 22.4 फीसदी हिस्सेदार था, मगर शुक्रवार को डर्बन में आयोजित आईसीसी की वार्षिक सम्मेलन में अपने सदस्य बोर्डों के लिए आय वितरण को मंजूरी मिलने के बाद अब भारत सभी क्रिकेट बोर्डों में सबसे बड़ा हिस्सेदार बन गया है।
इस नये रेवेन्यू डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल में आईसीसी दुनिया के 5 अलग क्षेत्रों में मीडिया राइट्स को बेच कर 600 मिलियन डॉलर की सालाना कमाई करेगी और इससे बीसीसीआई को लगभग 230 मिलियन डॉलर प्रतिवर्ष प्राप्त होंगे, जो लगभग 2000 करोड़ के करीब है।
ईमेल द्वारा राज्य संघों को जय शाह ने दी जानकारी
बीसीसीआई सचीव जय शाह ने इस नये आय वितरण माॅडल के लागू होने की बात की जानकारी राज्य संघों को ईमेल द्वारा दी और कहा,
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद बोर्ड ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में आयोजित अपनी हालिया बैठक में स्वीकृत नए आय वितरण मॉडल में BCCI को 38.5% का हिस्सा आवंटित किया है। जैसा कि आपको ज्ञात है, पिछले साइकिल में भारत का हिस्सा 22.4% था, जो अब 38.5% हो गया है, जिसमें लगभग 72% की वृद्धि हुई है। यह BCCI के हिस्से में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है। यह सफलता हमारे सभी राज्य संघों और BCCI में मेरे सहकर्मियों के संगठित प्रयासों और समर्थन का प्रमाण है।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि BCCI को आईसीसी के रणनीतिक निधि में एक महत्वपूर्ण राशि का आवंटन मिला है। शाह ने कहा,
आय वितरण के अलावा, हमने आईसीसी की रणनीतिक निधि के लिए भी एक महत्वपूर्ण भाग के आवंटन के पक्ष में वकालत की है। यह निधि खेल के विकास और अगले मीडिया अधिकार चक्र में क्रिकेट के विकास में निवेश करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।