क्रिकेट के मैदान पर आपने कई बार देखा होगा कि ओवर्स के बीच में गेंदबाज बदलते वक्त फील्डिंग टीम कई बार ज्यादा समय लेती हैं। इसे समस्या का समाधान अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने खोज लिया है। दरअसल, आईसीसी स्टॉप क्लॉक नियम (Stop Clock Rule) को वनडे और टी20 इंटरनेशनल में परमानेंट करने जा रही है। इस नियम के लागू होने के बाद फील्डिंग टीम को गेंदबाज बदलने के लिए 60 सेंकड का टाइम दिया जाएगा।
अगर फील्डिंग करने वाली टीम 60 सेकंड से ज्यादा का समय गेंदबाज बदलने में लेती है तो उन पर पेनल्टी लगाई जाएगी। यह नियम आगामी टी20 वर्ल्ड कप से इंटरनेशनल क्रिकेट में पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। इसके बाद व्हाइट बॉल फॉर्मेट में स्टॉप क्लॉक नियम का पालन करना हर टीम के लिए अनिवार्य हो जाएगा।
स्टॉप क्लॉक नियम के अनुसार मैदानी अंपायर फील्डिंग टीम की गलती होने पर 2 बार वॉर्निंग देंगे। अगर इसके बाद फील्डिंग टीम तीसरी बार गलती करती है तो गेंदबाजी टीम पर 5 रन की पेनाल्टी लगा दी जाएगी। इसके बाद हर तीसरी गलती पर फील्डिंग करने वाली टीम पर 5 रन की पेनाल्टी लगती जाएगी। हर ओवर के खत्म होने के बाद मैदान पर लगे टीवी स्क्रीन पर 60 सेकंड का टाइमर शुरू हो जाएगा। यह टाइमर थर्ड अंपायर कंट्रोल रूम से शुरू करेंगे। यह टाइमर खत्म होने पर अंपायर फील्डिंग टीम के कप्तान को वॉर्निंग देंगे।
स्टॉप क्लॉक नियम बिल्कुल डीआरएस की तरह होगा। जैसे डीआरएस लेने के लिए दोनों टीमों को 15 सेकंड का वक्त मिलता है। डीआरएस में अपील होने के बाद थर्ड अंपायर 15 सेकंड का टाइमर शुरू करते हैं। यह टाइमर भी मैदान के स्क्रीन पर चलाया जाता है। इस टाइमर के खत्म होने से पहले खिलाड़ी रिव्यू लेने के बारे में फैसला करते हैं। इस नियम का ट्रायल दिसंबर 2023 से आईसीसी द्वारा किया जा रहा है। ट्रायल अप्रैल महीने तक समाप्त हो सकता है। इस नियम को दुबई में चल रही आईसीसी की बैठक में मंजूरी दी गई है।