भारतीय महिला क्रिकेट टीम को महिला वर्ल्ड कप (Womens World Cup) में इंग्लैंड के खिलाफ चार विकेट से हार झेलनी पड़ी है। यह इस टूर्नामेंट में भारत की दूसरी हार है। दूसरी ओर लगातार तीन मैच हारने के बाद डिफेंडिंग चैंपियंस इंग्लैंड को मिली यह पहली जीत है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम बुरी तरह से लड़खड़ा गई थी और केवल 134 रनों के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी।
इस हार के बाद भारतीय कप्तान मिताली राज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है निश्चित रूप से बल्लेबाजी ने उन्हें निराश किया। उन्होंने कहा,
निश्चित तौर पर हम साझेदारियां नहीं कर सके। टॉस हारने के बावजूद हमें अपनी मनचाही चीज मिली थी, लेकिन हम इसका फायदा नहीं उठा सके। जब भी आप मैच हारते हैं तो आपको लगता है कि आपने कम रन बनाए थे। यदि हमने 200 रन बनाए होते तो मैच किसी भी तरफ जा सकता था। हर मैच में हमने फील्डिंग में अच्छा किया है, लेकिन हमें बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। झूलन गोस्वामी के साथ खेलना गर्व की बात है। किसी भी तेज के लिए इस लेवल पर निरंतरता के साथ खेल पाना बेहद कठिन है।
ऑलराउंड प्रदर्शन से इंग्लैंड ने जीता मैच
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 86 के स्कोर पर सात विकेट गंवा दिए थे। 37वें ओवर में भारतीय पारी 134 के स्कोर पर सिमट गई। ओपनर स्मृति मंधाना ने 35 रन बनाए थे और इसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने भी 33 रनों का योगदान दिया था। ऋचा और झूलन गोस्वामी (20) की बदौलत ही भारत 100 के पार जा पाया था। इंग्लैंड के लिए चार्ली डीन ने 23 रन देकर सबसे अधिक चार विकेट चटकाए।
स्कोर का पीछा करने उतरी इंग्लैंड ने भी तीन ओवर में ही दो विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, नताली शीवर और कप्तान हीदर नाइट ने 65 रनों की साझेदारी करके अपनी टीम को संभाला। शीवर 45 रनों की पारी खेलने के बाद आउट हुईं तो वहीं नाइट ने नाबाद 53 रनों की पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाई।