लंबे समय से चोट से जूझ रहे टीम इंडिया के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) ने तेज गेंदबाजों को लगनी वाली चोट पर बड़ी बात कही है। कृष्णा ने कहा है कि चोट तेज गेंदबाजों के सफर का हिस्सा है।
कृष्णा अपनी रीढ़ की चोट के कारण लगभग एक साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहें हैं, मगर बीसीसीआई ने हाल ही ऐलान किया है कि कृष्णा जल्द ही भारत के लिए मैदान पर अपनी वापसी करेंगे। इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला जिम्बाब्वे के दौरे पर पिछले साल खेला था।
तेज गेंदबाज बनने का सोचते ही चोट खुद ही सफर का हिस्सा बन जाता है - प्रसिद्ध कृष्णा
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए कृष्णा ने एक तेज गेंदबाद के संघर्ष के बारे में बात की और कहा कि वे हर तरह की परिस्तिथी के लिए तैयार रहते हैं। कृष्णा ने कहा,
मैं वह व्यक्ति नहीं हूँ जो किसी भी चीज़ के प्रति उत्साहित या घबरा जाता हूँ। मैं इसे संतुलित तरीके से स्वीकार करता हूँ। तेज गेंदबाजों के रूप में, आप चोटों के लिए तैयार रहते हैं, मेहनती दिनों के लिए तैयार रहते हैं, लंबे दिनों के लिए तैयार रहते हैं। ये सब हमारे खेल का हिस्सा है। मेरा मतलब है, जब सभी बहुत सारा क्रिकेट खेल रहे हैं तो यह आसान नहीं है। बहुत कुछ हो रहा है और आप घर पर बैठे हैं, वास्तव में चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन मैं आशावादी था।
कृष्णा ने आगे बात करते हुए अपने ठीक होने के दौर की मनोस्थिति के वर्णन किया और बताया कि कैसे ये समय के साथ बदलता गया। कृष्णा ने कहा,
स्वाभाविक रूप से मैं शुरुआती चरण में थोड़ा बेचैन था, शुरुआती चरण में सर्जरी से पहले, कि ऐसा क्यों हो रहा है, विशेष रूप से जब मैंने गेंदबाजी शुरू की थी। कुछ दिन ऐसे भी थे जब मैं महसूस करता था कि मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूँ और लगता था कि मैं खेलने के लिए तैयार हूँ लेकिन फिर दो और सत्रों के बाद मैं महसूस करता था कि मुझे इनमें और भी बहुत सारी तीव्रता चाहिए और शरीर को कंडीशन करने के लिए और भी ताकत की जरुरत है। अगर मुझे सर्वोच्च स्तर पर खेलना है तो ताकतवर होना होगा। मुझे अपनी प्रशिक्षण में आनंद आ रहा था, मैं परिवार के साथ अच्छा समय बिता रहा था। बड़ी चीजें हुई। मैं बहुत आशावादी और सकारात्मक था।