भारतीय महिला क्रिकेट टीम अगले महीने इंग्लैंड दौरे पर एकमात्र टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज खेलने जा रही है। बीसीसीआई ने हाल ही में तीनों प्रारूपों के लिए भारतीय टीम की घोषणा की। इसमें महिला विकेटकीपर बल्लेबाज इंद्राणी रॉय को पहली बार राष्ट्रीय टीम में जगह मिली। रॉय को वनडे और टी20 इंटरनेशनल टीम में चुना गया है।
रॉय को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला है क्योंकि सीनियर वनडे स्पर्धा में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज थीं। उन्होंने अपने खाते में कुल 456 रन जोड़े। वैसे इंद्राणी पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं, लेकिन कुछ सालों पहले वह झारखंड में जाकर बस गईं। नई जगह से रॉय को उनके क्रिकेट करियर में मदद मिली क्योंकि वह झारखंड राज्य टीम की प्रमुख बल्लेबाज बनीं।
23 साल की इंद्राणी को इस दौरान पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से रांची में ट्रेनिंग सेशन के दौरान मिलने का मौका मिला। इंद्राणी ने बताया कि उन्होंने एमएस धोनी से लंबी बातचीत की और महान कप्तान ने उन्हें खेल से संबंधित महत्वपूर्ण टिप्स दी। इंद्राणी ने खुलासा किया कि एमएस धोनी ने उन्हें अपने रिफ्लेक्स तेज करने को कहे, जो विकेटकीपर के लिए बहुत महत्वपूर्ण चीज है।
कड़ी मेहनत का फल मिला: इंद्राणी रॉय
इंद्राणी रॉय ने स्पोर्ट्स्टार से बातचीत करते हुए कहा, 'पिछले साल रांची में ट्रेनिंग सेशन के दौरान मेरी माही सर से लंबी बातचीत हुई। उन्हें बताया कि कैसे मैं अपना खेल सुधारूं और उन्होंने मुझे कहा कि मुझे अपने रिफ्लेक्स तेज करने चाहिए व पांच मीटर रेडियस में मूवमेंट अच्छा होना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'विकेटकीपर के लिए यह महत्वपूर्ण चीज होती है और उन्होंने मुझे सलाह दी कि ऐसी कोशिश करोगी तो बेहतर होती जाओगी। इससे वाकई मुझे मदद मिली। माही सर जैसे दिग्गज से एक या दो चीजें सीख लेना सम्मान की बात है और उनकी सलाह वाकई मेरे काम आई और मेरे खेल में सुधार हुआ। हर बार जब मैं ग्राउंड पर जाती हूं तो उनकी टिप्स याद रखती हूं।'
यह पूछने पर कि पहली बार भारतीय टीम में जगह मिली है तो कैसा महसूस कर रही हैं। इस पर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने जवाब दिया कि खुश हूं कि कड़ी मेहनत का फल मिला और अब पूरा ध्यान कई दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने पर लगा रही हूं।
इंद्राणी रॉय ने कहा, 'कड़ी मेहनत का फल मिला। मेरा पूरा ध्यान कई दिग्गज सीनियर खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने पर है ताकि उनसे कुछ सीख सकूं। यह राष्ट्रीय टीम के साथ मेरा पहला दौरा है और अगर मुझे प्लेइंग XI में मौका मिलता है तो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी।'