अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) में डिप्टी चेयरमैन इमरान ख्वाजा (Imran Khwaza) को एक बार फिर से इसी पद के लिए चुन लिया गया है। आईसीसी ने इस खबर की अहम घोषणा आधिकारिक रूप से कर दी है। पिछले सप्ताह मेलबर्न में शुरू हुई आईसीसी बोर्ड की बैठक में इस अहम फैसले पर मुहर लगी। अब उनका कार्यकाल दो साल और बढ़ गया है।
इमरान ख्वाजा मूल रूप से सिंगापुर क्रिकेट से और एसोसिएट टीमों के अहम अधिकारी भी रहें हैं। उन्हें इस बार के चुनाव में किसी भी तरह का विरोध नहीं मिला। जबकि पिछली बार उन्हें क्रिकेट वेस्टइंडीज के रिकी स्केरिट की चुनौती से पीछे हटना पड़ा था। इस बार उनके खिलाफ कोई नामांकन दाखिल नहीं किया गया और पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की गई।
आईसीसी के एक अधिकारी ने क्रिकबज से बातचीत करके इस अहम जानकारी को देते हुए बताया कि, 'डिप्टी चेयरमैन की प्रक्रिया अध्यक्ष चुनाव के बाद शुरू हुई और आज पूरी हो गई। इस पद को लेकर किसी और ने इच्छा नहीं जताई। इसलिए विरोध नहीं हुआ तो चुनाव नहीं हुआ। इमरान ख्वाजा वर्तमान में एक एसोसिएट सदस्य निदेशक पद पर हैं। उन्हें इस साल जुलाई में आईसीसी वार्षिक सम्मेलन में फिर से चुने जाने के बाद यह पद दिया गया था। ख्वाजा पहली बार 2008 में ICC बोर्ड के लिए चुने गए थे और 2017 से डिप्टी चेयरमैन के रूप में कार्य कर रहे हैं।
इससे पहले पिछले हफ्ते न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले को आईसीसी अध्यक्ष के लिए फिर से चुना गया था और इमरान ख्वाजा की फिर से नियुक्ति के साथ डिप्टी चेयरमैन का पद दिया गया। आईसीसी के पास वही निर्वाचित प्रबंधन होगा जो 2020 में सत्ता में आया था। पूरे सेटअप में एकमात्र बड़ा बदलाव इस बार देखने को मिला। जब बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह को फाइनेंस एंड कमर्सिएल अफेयर्स का अध्यक्ष बनाया गया।