अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह (MS Dhoni) केवल आईपीएल (IPL) खेलते हैं इसका प्रभाव उनके बल्लेबाजी प्रदर्शन पर भी पड़ा है। आईपीएल के पिछले दो सीजन से धोनी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। पिछले दो सीजन में उन्होंने 30 मैच खेले हैं और 314 रन अपने नाम किये हैं। 2020 में खेले 14 मैचों में 116.27 के स्ट्राइक रेट की मदद से 200 रन बनाये थे। वहीं 2021 में धोनी ने टीम को चौथी बार चैंपियन बनाया लेकिन बल्ले से वो 16 मैचों में 106.54 के स्ट्राइक रेट के साथ मात्र 114 रन ही बना सके। पिछले 2 सीजन से धोनी के बल्ले से एक अर्धशतक भी नहीं निकला है।
हालांकि आईपीएल 2021 के पहले क्वालीफायर में उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 6 गेंदों में 18 रनों की तूफानी पारी खेल अपनी टीम को जीत दिलाई थी।
भारत के पूर्व खिलाड़ी रीतिंदर सिंह सोढ़ी को लगता है कि बल्ले से सीएसके कप्तान के सुनहरे दिन खत्म हो चुके हैं और अगर आँकड़ों को देखें तो यह कुछ हद तक सही भी है। धोनी आमतौर पर सीएसके के लिए निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन उनकी फिनिशिंग स्किल्स कम होती जा रही है। ऐसे में सोढ़ी को लगता है कि अगर धोनी ऊपरी क्रम में खेलेंगे तो इससे सीएसके और खुद धोनी दोनों को फायदा होगा।
इंडियन न्यूज़ पर रीतिंदर ने कहा,
एमएस धोनी को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए क्योंकि वो अब वैसे फिनिशर नहीं हैं जैसे वह कुछ साल पहले हुआ करते थे। अगर वह अपना समय लेते हैं और 10वें या 11वें ओवर में बल्लेबाजी करने आते हैं तो वह बाद में तेजी से रन बना सकते हैं। धोनी जानते हैं कि वह चेन्नई की संभावनाओं के लिए अहम हैं।
रविंद्र जडेजा पर सभी का ध्यान रहेगा - रीतिंदर सिंह सोढ़ी
कई सालों तक धोनी सीएसके के प्रमुख खिलाड़ी थे, लेकिन सोढ़ी का मानना है कि इस बार स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। कंधे की चोट से वापसी के बाद से जडेजा शानदार फॉर्म में हैं और श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में खेले गए टेस्ट में उन्होंने भारत के लिए अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 175 रन की नाबाद पारी खेली थी।
सोढ़ी ने कहा,
रविंद्र जडेजा की फॉर्म काफी अहम होगी। उन्होंने मोहाली टेस्ट मैच में जिस तरह से बल्लेबाजी की और जिस तरह से गेंदबाजी की, ये चेन्नई के लिए अच्छे संकेत हैं कि अगर वह फॉर्म में रहते हैं तो चेन्नई को आईपीएल फाइनल में पहुंचा सकते हैं। रविंद्र जडेजा, धोनी - इन सभी बड़े खिलाड़ियों को बहुत अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी।