भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) दुनिया में जितनी अपनी चतुर कप्तानी और धाकड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर हैं, उतना ही विकेट के पीछे अपनी कीपिंग के लिए भी जाने जाते हैं। विकेट के पीछे धोनी के तेज ग्लव वर्क की चर्चा तो हमेशा से ही होते आई है, और उनके द्वारा विकेट के पीछे किए गए जबरदस्त स्टंपिंग की वीडियो आज भी फैंस देखकर हैरान हो जाते हैं।
हालाँकि, चेन्नई सुपर किंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग का मानना है कि धोनी जैसे कौशल विकेटकीपर को विकेट के पीछे की मेहनत के लिए पर्याप्त श्रेय नहीं मिलता।
धोनी विकेट के पीछे एक महारथी हैं - स्टीफन फ्लेमिंग
इस पूर्व न्यूजीलैंड के कप्तान ने धोनी की प्रतिभा को प्राकृतिक बताया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
यह एक प्राकृतिक प्रतिभा है। और मुझे नही लगता है कि धोनी को उनके विकेट के पीछे किए काम के लिए उतना ज्यादा श्रेय दिया जाता है। और ईमानदारी से कहूं तो वो विकेट के पीछे बिल्कुल एक शिल्पकार और एक महारथी हैं जिन्हें ज्यादातर अनदेखा किया जाता है।
फ्लेमिंग ने चेन्नई के अपने घरेलू मैदान पर खेलने को लेकर भी बात की और कहा,
हम बहुत ज्यादा घरेलू स्थिति को लेकर कंफर्टेबल नहीं हैं इस बात को ध्यान में रखते हुए कि हम कुछ सालों से यहां पर नहीं खेलें। यहां चीजें बदल गई हैं और हम ज्यादा से ज्यादा सीखने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि धोनी ने शुक्रवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलते हुए एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया। धोनी अब टी20 क्रिकेट में एक विकेटकीपर के तौर पर सबसे ज्यादा कैच लेने वाले खिलाड़ी बन चुके हैं। धोनी के नाम अब टी20 क्रिकेट में 208 कैच हैं। यह रिकॉर्ड पहले साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक के नाम था, जिन्होंने 207 कैच लिए हैं।