पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल (Kamran Akmal) ने अन्य देशों से कश्मीर प्रीमियर लीग (KPL) को समर्थन करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही उन्होंने भारत के लिए सन्देश भेजते हुए कहा है कि जब बात खेलों की हो तो राष्ट्रों को एक-दूसरे का समर्थन करना चाहिए। कश्मीर प्रीमियर लीग का पहला संस्करण की शुरुआत 6 अगस्त को हो चुकी है। हालांकि यह लीग शुरू होने से पहले ही चर्चा का विषय बन गयी थी जब हर्शल गिब्स ने कहा था कि बीसीसीआई (BCCI) द्वारा उन पर इस लीग में भाग ना लेने का दवाब बनाया जा रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने जल्द ही इस मुद्दे को संबोधित करते हुए एक बयान जारी किया था और बीसीसीआई पर कई आरोप लगाए थे।
हालांकि इसके बाद बीसीसीआई ने पलटवार करते हुए कहा था कि वे भारत में क्रिकेट पारिस्थितिकी तंत्र के संबंध में निर्णय लेने के अपने अधिकरों के दायरे में ही ऐसा कर रहे हैं।
अकमल ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर करते हुए केपीएल विवाद के बारे में कहा,
"मुजफ्फराबाद में केपीएल को इतने बड़े पैमाने पर आयोजित करना आसान नहीं था. अनेक कठिनाइयों और बाधाओं का सामना करना पड़ा। आपने पढ़ा होगा कि कैसे खिलाड़ियों को यहां आने से रोक दिया गया। मेरे अनुसार, जब खेलों की बात आती है तो एक देश को दूसरे देश का साथ देना चाहिए न कि रुकावटें पैदा करनी चाहिए। यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। खेल एक ऐसी चीज है जो एकजुट करती है।"
इंग्लैंड के पूर्व गेंदबाज ने लिया था KPL से नाम वापस
कश्मीर प्रीमियर लीग शुरू होने के कुछ दिन पहले इस लीग को हर तरफ चर्चा हुयी। इसी बीच इंग्लैंड के पूर्व स्पिन गेंदबाज मोंटी पनेसर ने इस लीग से अपना नाम वापस ले लिया था। उन्होंने कहा था कि उन पर किसी ने दवाब नहीं बनाया लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच मुद्दों को देखते हुए इस लीग से दूरी बनाना चाहते हैं।
“मैंने कश्मीर मुद्दों पर भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण केपीएल में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। मैं इसके बीच में नहीं रहना चाहता, इससे मुझे असहज महसूस होगा।"