मुंबई और कर्नाटक के बीच खेले गए कूच बिहार ट्रॉफी (Cooch Behar Trophy) का फाइनल मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। इस मुकाबले में कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज प्रखर चतुर्वेदी (Prakhar Chaturvedi) ने बल्ले से कमाल करते हुए बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। दरअसल, प्रखर ने इस मुकाबले में नाबाद 404 रनों की पारी खेली। यह कूच बिहार फाइनल में किसी भी बल्लेबाज द्वारा खेली गई सबसे बड़ी पारी है। वह पहले बल्लेबाज भी बन गए हैं जिन्होंने इस टूर्नामेंट के फाइनल में 400 रन बनाए हैं।
कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में प्रखर ने अपने बल्ले से तबाही मचा दी। उन्होंने मुंबई के हर गेंदबाज की जमकर खबर ली। प्रखर ने अपनी बल्लेबाजी में 638 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 404 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने अपने बल्ले से 46 चौके और 3 धमाकेदार छक्के लगाए। कर्नाटक के इस सलामी बल्लेबाज के इस धमाकेदार बल्लेबाजी के दमपर टीम ने अपनी पहली पारी 890 रनों पर घोषित की। दोनों टीमों के बीच फाइनल मुकाबला ड्रॉ रहा पर पहली पारी की बढ़त के आधार पर कर्नाटक ने कूच बिहार ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया।
इस मैच में मुंबई की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। मुंबई ने आयुष महात्रे के 145 रनों की शतकीय पारी के दमपर 380 रन पहली पारी में बनाए। कर्नाटक की ओर से तेज गेंदबाज हार्दिक राज ने 4 और राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ ने 2 विकेट अपने नाम किया। प्रखर ने युवराज सिंह के 24 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है। युवराज सिंह सिंह ने 358 रनों की रिकॉर्ड पारी खेली थी।
इसके बाद बल्लेबाजी करने आई कर्नाटक की टीम ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी की। मैदान पर मौजूद सभी खिलाड़ी प्रखर की शानदार बल्लेबाजी को निहारते रहे। वह कर्नाटक की ओर से एक छोर पर बने रहे। उन्हें अपने साथी खिलाड़ियों का भी अच्छा साथ मिला। प्रखर ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई। बात में उन्होंने हर्षिल धर्मानी (169 रन) के साथ मिलकर 200 रनों से अधिक की साझेदारी निभाई।