महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का नाम देखते, पढ़ते और सुनते ही उनके फैन्स के कान खड़े हो जाते हैं। अगर आप भी धोनी के फैन हैं, तो आइए हम आपको उनका एक जबरदस्त किस्सा सुनाते हैं, जो इंटरनेशनल क्रिकेट में धोनी के पहले बल्लेबाजी पार्टनर ने स्पोर्ट्सकीड़ा को बताई है।
महेंद्र सिंह धोनी भारत के ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के एक महान खिलाड़ी बने, लेकिन वह अपने डेब्यू मैच की पहली गेंद पर ही रन आउट हो गए थे। क्या आप जानते हैं कि धोनी के उस डेब्यू मैच में उनका बल्लेबाजी पार्टनर कौन था और उन्हें रन आउट किसने कराया था। नहीं जातने, तो आइए हम आपको बताते हैं।
दरअसल, एम एस धोनी के डेब्यू मैच में उनके बल्लेबाजी पार्टनर मोहम्मद कैफ थे, जिन्होंने उन्हें रन आउट करा दिया था। मोहम्मद कैफ ने वसीम अकरम के साथ स्पोर्ट्सकीड़ा पर बातचीत करते हुए धोनी के डेब्यू मैच के बारे में चर्चा की।
धोनी के डेब्यू मैच की कहानी
भारत के स्टार फिल्डर और पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने बताया कि, 2004 में बांग्लादेश दौरे पर धोनी को पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला था. कैफ ने बताया कि पहले मैच में धोनी उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। कैफ नॉन स्ट्राइकर एंड पर थे। धोनी ने अपनी पहली गेंद को फ्लिक किया, गेंद शॉर्ट फाइन लेग पर गई, वो (धोनी) भागकर आए, मैं भी थोड़ा भागा, लेकिन फिर रुक गया कि ये रन नहीं है। वो भी वापस लौटे, फिल्डर ने थ्रो मारा और वो रन आउट हो गए।
कैफ ने पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज वसीम अकरम को जोर-जोर हंसते हुए बताया कि, धोनी की मूवी में भी उनके द्वारा रन आउट कराने वाला सीन दिखाया गया है, जिसमें धोनी के दोस्त बोलते हैं कि, कैफवा ने रन आउट करवा दिया।
इसके आगे पूर्व भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने बताया कि, मैंने धोनी को पहले मैच की पहली गेंद पर रन आउट होते हुए देखा था और फिर वहां से उन्होंने एक लंबा सफर तय किया। पहले उन्हें नंबर 6-7 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाता था, वहां वो रन नहीं बना पाए, आउट हो गए। फिर, सौरव गांगुली ने बोला कि कोई बात नहीं। उसके बाद विशाखापट्टनम में पाकिस्तान के खिलाफ मैच था, जिसमें धोनी को नंबर-3 पर भेजा गया और उनकी बैटिंग देखकर हमारे मुंह खुले रह गए।
कैफ ने कहा कि, "मैंने सचिन की बैटिंग देखी, मैंने सहवाग को खेलते हुए देखा, लेकिन धोनी ने उस मैच में जैसी धुनाई करी, वो देखकर विश्वास ही नहीं हुआ। मैं उस पारी को हमेशा याद रखूंगा।"
कैफ ने आगे बताया कि, उस पारी के बाद धोनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। पहले उन्होंने बतौर बल्लेबाज नाम कमाया और फिर विकेटकीपर के तौर पर नाम कमाया। उसके बाद कप्तान बने और फिर भारत को बहुत सारी ट्रॉफी जितवाई।