सोशल मीडिया पर क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करने के ठीक पांच दिन बाद, भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) ने अपने फैसले को पलटते हुए कहा कि संन्यास लेने का वह निर्णय "भावनात्मक" था, और वह "संन्यास से वापसी लेकर एक और साल बंगाल के लिए खेलेंगे।
मंगलवार को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में एक प्रेस वार्ता में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली के साथ बैठे तिवारी ने कहा,
"राज दा (गांगुली) ने मुझे एक और साल (रणजी ट्रॉफी में) खेलने के लिए मना लिया और कहा कि मुझे खेल तब छोड़ना चाहिए, जब मैं मैदान पर रहूं। इसलिए मैंने इसके बारे में सोचा। मैंने अपनी पत्नी से बात की और उन्होंने भी मुझे मना लिया। उन्होंने मुझे याद दिलाया कि जब बंगाल पिछले साल रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचा था तब मैं कप्तान था। और फिर राज दा ने भी मुझसे बात की, मैंने इसके बारे में सोचा और वापस आने का फैसला किया। इसके अलावा कई प्रशंसकों ने भी मुझे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा।"
सिर्फ प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलेंगे मनोज तिवारी
मनोज तिवारी ने नवंबर 2022 से बंगाल के लिए सफेद गेंद का खेल नहीं खेला है। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि वह अपने क्रिकेट के इस आखिरी साल में सिर्फ 2023-24 सीज़न के लिए प्रथम श्रेणी मैच खेलेंगे। मनोज तिवारी ने आगे कहा कि,
"एक ऐसा दौर आता है जब चीजें खाली हो जाती हैं, और लोग जल्दबाजी में निर्णय ले लेते हैं। मैंने भी ऐसा किया, तब मुझे एहसास हुआ कि यह एक गलती थी। इसलिए मैं एक आखिरी साल के लिए संन्यास से वापसी ले रहा हूं।"
उन्होंने अब तक 141 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, और 48.56 की औसत से 9,908 रन बनाए हैं, यानी वह 10,000 रन से सिर्फ 92 रन दूर हैं। इस दौरान उन्होंने 29 शतक और 45 अर्धशतक भी लगाए हैं। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनोज ने 2008 से 2015 के बीच में कुल 12 वनडे और 3 टी-20 मैच खेले हैं।