आईसीसी अम्पायरिंग के एलीट पैनल में ज्यादा भारतीयों को जगह नहीं मिली है। इतने सालों में बहुत कम नाम अम्पायरिंग के लिए आईसीसी ने चुने हैं। इस कड़ी में नया नाम नितिन मेनन का जुड़ा है। उन्हें वर्ष 2020-21 के लिए आईसीसी अम्पायरिंग के एलीट पैनल के लिए चुना गया है। एलीट पैनल में जगह बनाने वाले वे तीसरे भारतीय अम्पायर हैं।
आईसीसी ने अपनी वेबसाईट पर नितिन मेनन को चुनने के बारे में लिखा और कहा कि एक सलेक्शन पैनल ने मेनन के नाम पर मोहर लगाई है। इस पैनल में आईसीसी के जनरल मैनेजर, चेयरमैन, पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर, मैच रेफरी रंजन मदुगले और डेविड बून शामिल थे। सभी ने नितिन मेनन को एलीट पैनल में शामिल करने की सहमति जताई। नितिन मेनन आईसीसी के इंटरनेशनल पैनल के सदस्य रह चुके हैं। नितिन मेनन ने 3 टेस्ट, 24 वनडे और 16 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अम्पायरिंग की है।
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नितिन मेनन की अम्पायरिंग रही है शानदार
नितिन मेनन ने अब तक बतौर इंटरनेशनल पैनल अम्पायर के तौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अम्पायरिंग की है। उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। एस रवि का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें इस लिस्ट में शामिल किया गया है। भारत के लिए नितिन मेनन से पहले एस वेंकटराघवन और एक रवि ही एलीट पैनल का हिस्सा रहे हैं। उनके बाद वे तीसरे भारतीय हैं। भारत से आईसीसी एलीट पैनल में काफी कम अम्पायरों को चुना जाता रहा है।
एलीट पैनल के लिए चुने जाने पर नितिन मेनन ने इसे एक सम्मान की बात बताते हुए कहा कि हमेशा ही मेरा सपना बड़े अम्पायरों और मैच रेफरियों के साथ काम करने का रहा है। नितिन मेनन फ़िलहाल 36 साल के हैं और इस उम्र में एलीट पैनल में जगह बनाना काफी बड़ी बात कही जा सकती है।
मौजूदा समय में आईसीसी के एलीट अम्पायरिंग के एलीट पैनल में कुल 12 अम्पायर हैं। इनमें भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान से एक-एक नाम शामिल हैं। इसके अलावा कुल 7 मैच रेफरी हैं जिनमें भारत और श्रीलंका से एक-एक नाम शामिल है। जवागल श्रीनाथ इसमें भारत से हैं।