गोवा में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के होने वाले वार्षिक आम बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले होने की उम्मीद है। इनमें से एक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की गवर्निंग काउंसिल में संभावित बदलाव है। वहीं महिला प्रीमियर लीग के लिए नई गवर्निंग काउंसिल का गठन है। क्रिकबज के रिपोर्ट के अनुसार भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज स्पिनर प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) गवर्निंग काउंसिल से अपना पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।
प्रज्ञान ओझा छोड़ना चाहते हैं पद
ओझा ने गवर्निंग काउंसिल में अपने पद पर तीन साल तक काम किया है। पिछले साल ही उन्हें भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन द्वारा चुना गया था। प्रज्ञान अपने कार्यकाल को और भी कुछ वर्षा या उससे अधिक समय तक बढ़ा सकते हैं पर ऐसा लगता है कि हैदराबाद का यह स्टार स्पिनर ऐसा करने के लिए इच्छुक नहीं हैं।
ओझा के पद छोड़ने के बाद गवर्निंग काउंसिल में नए प्रतिनिधि को रखने के लिए इंडियन क्रिकेट एसोसिएशन को नए सिरे से चुनाव कराने की आवश्यकता होगी। वहीं इसकी भी उम्मीद है कि पिछले साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा शुरु किए गए महिला प्रीमियर लीग के लिए एक गवर्निंग काउंसिल की स्थापना की जाए। 25 सितंबर की बैठक के एजेंडे में उस मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी, जिसमें कहा गया था कि आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल में जनरल बॉडी के दो प्रतिनिधियों का चुनाव कर शामिल किया जा सकता है।
हालांकि उम्मीद यही है कि मौजूदा सदस्य हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से अरुण सिंह धूमल और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल से अविषेक डालमिया अपने रोल में बने रहेंगे। एंजेडे में लोकपाल और नैतिकता अधिकारी की नियुक्ति भी शामिल है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण काम पुरुषों की चयन समिति की समीक्षा है। ऐसी चर्चा है कि दिसंबर तक कुछ बदलावों के साथ समिति का पुनर्गठन हो सकता है और आम सभा की बैठक में इस मामले पर कोई फैसला हो सकता है।