टीम इंडिया के प्रतिभाशाली बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने वो समय याद किया जब उनकी टीम को पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने कोचिंग दी थी। 2018 में भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ थे और उस टीम के हेड को राहुल द्रविड़ थे। भारतीय अंडर-19 टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात देकर खिताब अपने नाम किया था।
पृथ्वी शॉ ने खुलासा किया कि राहुल द्रविड़ द्वारा कोचिंग करने का अनुभव शानदार था, जो खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकालने के लिए जाने जाते हैं। मुंबई के बल्लेबाज ने कहा कि द्रविड़ हमेशा खिलाड़ियों को अपने खेल का आनंद उठाने को कहते हैं और वो उनसे तब बात करते हैं, जब खिलाड़ी एक ही गलती बार-बार दोहरा रहा हो।
पृथ्वी शॉ ने क्रिकबज से बातचीत में कहा, 'हम विश्व कप से पहले द्रविड़ सर के साथ दौरे पर गए थे। वह किसी भी खिलाड़ी को अपने जैसा बनने के लिए जोर नहीं देते हैं। वह किसी की बल्लेबाजी में कोई बदलाव नहीं करते। उन्होंने मुझे कहा था कि अपना नैसर्गिक खेल खेलो। उन्हें पता था कि अगर मैं पावरप्ले ओवर्स खेल गया तो फिर मुझे आउट करना बहुत मुश्किल है।'
द्रविड़ सर के साथ बैठना सपने के सच होने जैसा: पृथ्वी शॉ
शॉ ने आगे कहा, 'द्रविड़ सर हमेशा मानसिक पहलु पर बात करते हैं। वो बताते हैं कि किस तरह मैच में तैयारी करना है। वो कभी बैठक के दौरान ज्यादा कुछ नहीं बोलते। वो हमें अपने खेल का आनंद उठाने देना चाहते हैं। अगर हम एक ही गलती दोहरा रहे हैं तब वो आकर हमें वो गलती बताते हैं।'
युवा बल्लेबाज ने आगे कहा, 'राहुल द्रविड़ सर के साथ आपको अनुशासनात्मक रहना पड़ता है। हम उनसे थोड़ा डरे थे। मैदान के बाहर वो हमारे साथ दोस्तों जैसे रहते हैं। वह हमारे साथ डिनर करते थे। उन जैसे दिग्गज के साथ बैठना ऐसा है जैसे सपना सच हो। हर युवा ऐसा सपना देखता है।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे विश्वास है कि द्रविड़ सर भी अंडर-19 क्रिकेट के चरणों से गुजरे है। तो उन्हें पता है कि हमसे दौरे पर क्या निकालना है। प्रत्येक खिलाड़ी से वह अच्छे से बात करते हैं।'
इस बीच पृथ्वी शॉ ऑस्ट्रेलिया में खराब दौरे के बाद विजय हजारे ट्रॉफी में दमदार वापसी की और शानदार प्रदर्शन किया। पृथ्वी शॉ ने फिर आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए अच्छी पारियां खेली। 21 साल के पृथ्वी शॉ को उम्मीद है कि जुलाई में श्रीलंका दौरे पर भारतीय सीमित ओवर टीम में जगह मिलेगी।