पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) भारतीय टीम (India Cricket Team) में वापसी करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। शॉ ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच जुलाई 2021 में खेला था। शॉ का आईपीएल 2023 (IPL 2023) में प्रदर्शन बेहद लचर रहा, जिसकी वजह से उन्हें बीच सीजन में टीम से बाहर बैठा दिया गया था। वो आईपीएल 2023 में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) की तरफ से खेले और 8 पारियों में केवल 106 रन बना सके।
इसके बाद पृथ्वी शॉ सीधे दलीप ट्रॉफी का मैच खेलने उतरे, जहां उन्होंने अगले मैच को महत्वपूर्ण मानने का मंत्र अपनाया। पृथ्वी शॉ ने कहा, 'आईपीएल 2023 की शुरुआती पारियां यूं ही गुजर गईं। जब मैं पहले मैच के बारे में सोच रहा था, तब तक एहसास हुआ कि तीन मैच बीत गए हैं। इससे मैंने सीखा कि मैच खत्म हो जाए तो वहीं उसे छोड़ दो। आप उसके बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं। यह इतिहास बन गया है। आपको लगातार आगे बढ़ना होगा।'
युवा बल्लेबाज ने आगे कहा, 'मैं जो भी मैच खेलूं चाहे दलीप ट्रॉफी का हो या फिर मुंबई के लिए, जरूरी है कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकूं। मैं उस तरह का खिलाड़ी हूं, जो हमेशा टीम को पहले रखता है। मेरा मानना है कि कभी आपको कदम पीछे करना पड़ते हैं और फिर दोबारा आगे बढ़ना पड़ता है। अगर आप सही समय पर सही चीज करेंगे तो आपके पक्ष में चीजें होंगी।'
पृथ्वी शॉ से आगे इस समय कई खिलाड़ी पहुंच गए हैं। यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ भारतीय टीम में अपनी जगह बना चुके हैं। शॉ ने कहा, 'जब न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में मेरी वापसी हुई तो खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन जिंदगी ऐसी ही है। कभी आपको मौके मिलते हैं, कभी नहीं। आपको इसे स्वीकार करना होता है। ऐसा नहीं हो सकता कि मैं बैठकर सोचूं कि ऐसा क्यों और क्या। मैं खुद से जरूर सवाल करता हूं, लेकिन अब सकारात्मक रहने की कोशिश करता हूं।'
पृथ्वी शॉ ने कहा कि सकारात्मकता वो केवल अपनी सोच में नहीं बल्कि खेल में भी ला रहे हैं। वो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी को लेकर स्पष्ट हैं, लेकिन थोड़ा स्मार्ट होकर खेलने का प्रयास कर रहे हैं। मुंबई के बल्लेबाज का 2022-23 फर्स्ट क्लास सीजन मिश्रित रहा, जहां उन्होंने 10 पारियों में 595 रन बनाए। इसमें असम के खिलाफ 383 गेंदों में 379 रन की पारी शामिल है। शॉ ने कहा कि उन्होंने नकारात्मकता से बाहर निकलने की कोशिश की।
शॉ के पास भारतीय चयनकर्ताओं को प्रभावित करने के दो और मौके हैं। दलीप ट्रॉफी फाइनल और फिर देवधर ट्रॉफी। इसके बाद वो काउंटी क्रिकेट खेलने चले जाएंगे। पृथ्वी ने कहा, 'मैं पिछले साल जो था, उससे बेहतर बनने की उम्मीद कर रहा हूं। मैं आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं और एथलीट व व्यक्तिगत रूप से अच्छा बनने की कोशिश कर रहा हूं।'