टीम इंडिया (Team India) के अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के सितारे इस समय गर्दिश में नजर आ रहे हैं। एक तो वो भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं और रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में भी उनका बल्ला पूरी तरह से शांत रहा है। इस टूर्नामेंट में रहाणे मुंबई की अगुवाई कर रहे हैं। शुक्रवार को असम के विरुद्ध हो रहे मुकाबले में रहाणे को फील्डिंग में बाधा पहुंचाने के लिए आउट करार दिया गया। हालाँकि, कुछ समय बाद उन्हें फिर से मैदान पर बल्लेबाजी करने के लिए बुला लिया गया।
यह वाकया टी ब्रेक से पहले देखने को मिला। असम के 84 रनों पर आउट होने के बाद, जवाब में मुंबई ने 4 विकेट खोकर 102 रन बना लिए थे। उस समय रहाणे 18 के निजी स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने मिड-ऑन की शॉट खेलकर सिंगल लेने का प्रयास किया। लेकिन उनके पार्टनर शिवम दुबे ने रन लेने से मना कर दिया। रहाणे क्रीज से निकलकर काफी आगे आ चुके थे और असम के कप्तान डेनिश दास ने गेंद को उठा कर कीपर की तरफ थ्रो किया लेकिन वह रहाणे को जाकर लग गई, जो क्रीज में वापस आने की कोशिश कर रहे थे।
इसके बाद फील्ड में बाधा पहुंचाने के लिए असम के खिलाड़ियों रहाणे को आउट देने की जोरदार अपील की और फील्ड अंपायर ने अपील को स्वीकार कर रहाणे को आउट करार दे दिया। इस तरह से अपना विकेट गंवाने के बाद दाएं हाथ के बल्लेबाज रहाणे निराश दिखे। दूसरी तरफ अंपायर ने टी ब्रेक का ऐलान कर दिया।
हालाँकि, असम टीम के कप्तान ने खेल भावना दिखाते हुए 20 मिनट के टी ब्रेक के दौरान रहाणे के विरुद्ध की अपील को वापस लेने का फैसला लिया और अंपायर को इसके बारे में बताया। नियमों के मुताबिक, अंपायर ने इसे स्वीकार कर लिया। परिणाम स्वरूप टी ब्रेक के खत्म होने के बाद, रहाणे एक बार फिर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे। हालाँकि, वो इस अवसर ज्यादा फायदा नहीं उठा पाए और सिर्फ चार रन बनाकर 22 के निजी स्कोर पर चलते बने।