भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने 1985 वर्ल्ड चैंपियनशिप में जावेद मियांदाद (Javed Miandad) के साथ ऑडी को लेकर हुए बैंटर को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने बताया कि जावेद मियांदाद और उनके बीच किस तरह वाद-विवाद देखने को मिला था।
रवि शास्त्री ने बताया कि पाकिस्तान के खिलाफ मेलबर्न में फाइनल मुकाबले के दौरान जावेद मियांदान ने कहा कि मुझे ऑडी कार नहीं मिलेगी। इस पर मैंने जवाब दिया कि ऑडी मेरे पास आ रही है।
1985 के वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में 177 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 8 विकेटों से हरा दिया था। क्रिस श्रीकांत ने भारत की तरफ से 77 गेंद पर 67 रन बनाए थे। वहीं रवि शास्त्री ने 148 गेंद पर 63 रनों की पारी खेली थी। भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद रवि शास्त्री को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए 182 रन बनाए थे और आठ विकेट भी लिए थे। उन्हें अवॉर्ड में ऑडी कार मिली थी।
मैंने जावेद मियांदाद से कहा कि ये गाड़ी मेरी तरफ आ रही है - रवि शास्त्री
शुक्रवार को रवि शास्त्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर उस कार की तस्वीर शेयर की और उसे राष्ट्रीय धरोहर बताया। इंडियन एक्सप्रेस में लिखे अपने कॉलम में उन्होंने कहा,
1985 के वर्ल्ड चैंपियनशिप टूर्नामेंट के फाइनल में पाकिस्तान को हराने के लिए हमें 15-20 रनों की और जरूरत थी। मैंने स्क्वायर लेग की तरफ देखा कि पाकिस्तान के कप्तान जावेद मियांदाद ने किस तरह की फील्ड सेट की है। जावेद मिडविकेट से मेरे पास आए और कहा कि तू बार-बार उधर क्या देख रहा है। गाड़ी को क्यों देख रहा है। वो तेरे को नहीं मिलने वाली है। तब मैंने उस कार की तरफ पूरी तरह से देखा और कहा कि जावेद ये मेरे पास ही आ रही है।