टीम इंडिया (Team India) के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने एक कप्तान के लिए 'शेल्फ लाइफ' की धारणा को खारिज किया है। उन्हें लगता है कि कप्तानी भूमिका के साथ आने वाली जिम्मेदारियों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। रोहित को 2022 की शुरुआत में टीम का स्थायी कप्तान नियुक्त किया गया था और कप्तान के रूप में उनका ओवरऑल ट्रैक रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने सभी प्रारूपों को मिलाकर कुल 85 मैच खेले हैं, जिनमें 64 मैचों में टीम इंडिया को जीत मिली है, और 21 मैचों में हार, जबकि 2 मैच ड्रॉ भी हुए हैं।
आईपीएल में रोहित शर्मा ने अपनी टीम मुंबई इंडियंस को एक-दो नहीं बल्कि पांच बार चैंपियन बनाया है। उसी आधार पर रोहित को भारतीय टीम की कप्तानी भी सौंपी गई थी। रोहित ने टीम इंडिया का नेतृत्व करते हुए भी प्रभावित किया है।
कप्तानी संभालने के बारे में क्या बोले कप्तान रोहित शर्मा
पिछले साल जुलाई में, वह अपनी टीम को टी20 इतिहास में लगातार 14 जीत दिलाने वाले पहले कप्तान बने। इंग्लैंड में एक ही महीने में वनडे और टी20 सीरीज जीतने वाले रोहित पहले भारतीय कप्तान भी बने। पीटीआई को दिए अपने एक इंटरव्यू में रोहित शर्मा ने कहा कि,
"शेल्फ लाइफ जैसी कोई चीज होती नहीं है। आपको एक जिम्मेदारी मिलती है, आप परिणाम देते हैं, और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि जो जिम्मेदारी आपको सौंपी गई है, उससे आप खुश हैं। ये शेल्फ लाइफ से ज्यादा महत्वपूर्ण सवाल हैं।"
भारत और दुनिया के इस चैंपियन बल्लेबाज कप्तान ने भारत को पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल और इस साल 2021-23 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भी पहुंचाया। कप्तानी का बोझ उठाने के बावजूद रोहित शर्मा का बल्ले से प्रदर्शन लगातार बना हुआ है, हालांकि सभी प्रारूपों में उनका कुल औसत 43 से थोड़ा गिरकर 40.63 हो गया है। अब रोहित के ऊपर एशिया कप और विश्व कप की दो बड़ी जिम्मेदारियां हैं। ऐसे में देखना होगा कि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया इन दो बड़े टूर्नामेंट्स में कैसा प्रदर्शन करती है।