5 अक्टूबर से भारत में क्रिकेट विश्व कप शुरू होने वाला है। आईसीसी वनडे विश्व कप की मेज़बानी भारत ने इससे पहले 2011 में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के नेतृत्व में की थी और विश्व विजेता भी बने थे। अब एक बार रोहित शर्मा का नेतृत्व में भारत इस विश्व कप की मेज़बानी करने जा रहा है। ऐसे में जाहिर है कि टीम इंडिया और कप्तान पर उम्मीदों का बोझ और दबाव काफी ज्यादा होगा, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का कहना है कि वो ऐसे सभी बाहरी दबाव और उम्मीदों के बोझ को खत्म करना चाहते हैं।
विश्व कप के बारे में रोहित शर्मा ने क्या कहा
आपको बता दें कि पिछली बार जब भारत में वनडे विश्व कप हुआ था तो रोहित शर्मा को 15 सदस्यीय टीम में नहीं चुना गया था, लेकिन अब 12 साल बाद वह खुद कप्तान हैं, लेकिन शायद यह उनका आखिरी वनडे विश्व कप भी हो सकता है। रोहित ने इन मुद्दों पर बात करते हुए हाल ही में पीटीआई को अपना एक इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि,
"मेरे लिए, यह महत्वपूर्ण है कि मैं खुद को कैसे तनावमुक्त रखता हूं, और बाहर से भूमिका निभाने वाले सभी बाहरी दबाव की चिंता नहीं करता हूं, फिर चाहे वो सकारात्मक हो या नकारात्मक। मैं बाहर की सभी चीजों को बंद कर देना चाहता हूं। मैं 2019 विश्व कप वाले फेज़ में फिर से जाना चाहता हूं। मेरी मानसिक स्थिति बहुत अच्छी थी, और मैंने टूर्नामेंट के लिए वाकई अच्छी तैयारी की थी।"
2019 वनडे विश्व कप में रोहित शर्मा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। इंग्लैंड में खेले गए उस विश्व कप में भारत में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन रोहित शर्मा ने 5 शतकों की मदद से 648 रन बनाए थे। रोहित उस सफलता का श्रेय उस समय की अपनी मानसिकता को देते हैं, और 2023 विश्व कप की तैयारी के दौरान वह फिर से वैसी ही मानसिकता बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा,
"मैं अच्छी स्थिति में था, अच्छी मानसिकता में था। मैं उसे (उस मानसिकता को) वापस लाना चाहता हूं और ऐसा करने के लिए मेरे पास समय है। मैं यह याद करने की कोशिश कर रहा हूं कि एक क्रिकेटर और एक व्यक्ति के रूप में 2019 विश्व कप से पहले मैंने क्या सही चीजें की थी। मैं अपने उसी मानसिकता वाली प्रक्रिया को याद करके फिर से दोहराना चाहता हूं।"