भारतीय टीम के सफ़ेद गेंद के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को टेस्ट प्रारूप में भी कमान सौंपे जाने की चर्चा काफी समय से चल रही है और इस मुद्दे को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम की भी प्रतिक्रिया आई है। सबा का मानना है कि अगर रोहित को तीनों प्रारूपों का कप्तान बना भी दिया जाता है तो यह कुछ समय के लिए ही होगा। उन्होंने कहा रोहित को वर्ल्ड कप और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारी दी जा सकती है।
खेलनीति पॉडकास्ट पर सबा करीम ने कहा,
भले ही रोहित शर्मा को तीनों प्रारूपों में कप्तान नियुक्त किया जाता है, यह कुछ समय के लिए ही असाइनमेंट होगा। 2023 भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद अहम साल है। हमारे पास 50 ओवर का वर्ल्ड कप है और मौजूदा विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) चक्र भी समाप्त हो जाएगा। उन्हें पहले इस फेज को देखना होगा।
हालांकि करीम ने कहा कि इस दौरान भारत को भविष्य के लिए कप्तान तैयार करना होगा। उन्होंने कहा,
उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति को तैयार करने की जरूरत है जो तीनों प्रारूपों में खेलता हो। अभी, रोहित ही एकमात्र विकल्प है क्योंकि केएल राहुल या ऋषभ पंत जैसा किसी को तैयार नहीं किया गया है।
सबा करीम ने यह भी कहा कि रोहित को तीनों प्रारूप में कप्तान बनाया जाना एक बड़ा रिस्क भी हो सकता है क्योंकि उनकी फिटनेस हमेशा से ही सवालों के घेरे में रही है और आप ऐसा कप्तान नहीं चाहेंगे जो सीरीज के शुरू में ही चोटिल हो जाए। पूर्व खिलाड़ी ने कहा,
रोहित के लिए सबसे बड़ी चुनौती फिट रहना है। कप्तानी को छोड़ दें, तो तीनों प्रारूप खेलना भी एक बड़ा टास्क है। वह कई बार चोटिल हुए हैं। ऐसे में उन्हें कप्तान बनाए जाने से पहले उचित विचार-विमर्श किया जाना जरूरी है। हमारे पास ऐसा कप्तान नहीं हो सकता जो टेस्ट सीरीज की शुरुआत में चोटिल हो जाए।
हालांकि इसका समाधान बताते हुए सबा करीम ने कहा कि रोहित को 2023 वर्ल्ड तक कप्तान बनाया जाना चाहिए और उन्हें तब तक कुछ अहम मैचों में ही खेलना चाहिए। भारत को उनकी टेस्ट और आईसीसी इवेंट में ज्यादा जरूरत है।