बुधवार को मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने क्रिकेट के कुछ नियमों में बदलाव किया और इनमें से एक बदलाव मांकडिंग को लेकर भी हुआ। क्रिकेट जगत में इस तरीके से आउट करने पर काफी विवाद देखने को मिलता था लेकिन अब इससे मान्यता मिली गयी और यह रन आउट माना जाएगा। इस बदलाव को लेकर क्रिकेट के तमाम जानकार अपनी-अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर चुके हैं और अब इसी क्रम में पूर्व भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का नाम भी शुमार हो गया है। सचिन तेंदुलकर ने इस बदलाव का समर्थन किया है।
इससे पहले इसे नियम 41 के अंतर्गत लाया जाता था और तब इसे फेयर प्ले नहीं माना जाता था। हालांकि अब इसे नियम 38 में शामिल कर लिया गया है जो एक नॉर्मल रन आउट का नियम है।
अपने सोशल मीडिया हैंडलर्स पर सचिन ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह से आउट होने को 'मांकड़' कहे जाने से कभी सहजता महसूस नहीं हुई। उन्होंने एमसीसी के द्वारा इसे रन आउट के रूप में शामिल किये जाने के बदलाव पर ख़ुशी जताई। तेंदुलकर ने कहा,
एमसीसी समिति द्वारा क्रिकेट में नए नियम पेश किए गए हैं और मैं उनमें से कुछ का काफी समर्थन करता हूं। पहला मांकडिंग से आउट होने को लेकर है। मैं इस तरह से आउट होने को 'मांकडेड' कहे जाने से हमेशा असहज था।
मैं वास्तव में खुश हूं कि इसे बदलकर रन आउट कर दिया गया है। मेरे हिसाब से इसे हमेशा रन आउट होना चाहिए था। तो यह हम सभी के लिए एक अच्छी खबर है। मैं यह सब करने में सहज नहीं था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा
सचिन ने कैच आउट होने पर नए बल्लेबाज के स्ट्राइक लेने के नियम का भी किया समर्थन
मांकड़ के अलावा एमसीसी ने एक और नियम में बदलाव किया है और वह है कैच होने के बाद बल्लेबाज का स्ट्राइक लेना। इस नियम में बदलाव से पहले आउट होने पर क्रीज़ क्रॉस हो जाने पर स्ट्राइक चेंज हो जाती थी और पुराना बल्लेबाज स्ट्राइक पर आ जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, जब तक कि बल्लेबाज ओवर की अंतिम गेंद पर कैच आउट न हो।
सचिन तेंदुलकर ने इस नियम में किये गए बदलाव का भी स्वागत किया है। उनका मानना है कि यह उचित है कि अगर कोई गेंदबाज विकेट लेने में सफल रहा है, तो उसे तुरंत नए बल्लेबाज को गेंदबाजी करने का मौका मिलना चाहिए। तेंदुलकर ने कहा:
दूसरा नियम, जहाँ बल्लेबाज के कैच आउट हो जाने पर नया बल्लेबाज स्ट्राइक लेगा। यह बिल्कुल उचित है क्योंकि अगर कोई गेंदबाज विकेट लेने में सफल रहा है तो यह उचित है कि एक गेंदबाज को नए बल्लेबाज को गेंदबाजी करने का मौका मिले। यह नया नियम अच्छा है।