टीम इंडिया (Team India) के पूर्व लेजेंड सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने प्राण प्रतिष्ठा (Pran Partishta Ceremony) के दिन 22 जनवरी को भारतवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। दाएं हाथ के पूर्व अनुभवी बल्लेबाज तेंदुलकर ने कहा कि राम मंदिर से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी। इस आयोजन के दौरान मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान उन्होनें कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा सभी भारतीयों के लिए गौरांवित करने वाला पल है। देश की संस्कृति के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन बन गया है।
सचिन ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा,
यह मेरे लिए एक बहुत ही खास अनुभव था, वास्तव में यह एक ऐतिहासिक दिन है। मैं कहना चाहूंगा हूं कि संपूर्ण भारतीय आबादी का सपना पूरा हो गया है। यह हमारी संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत के लिए गर्व का पल है। इससे आने वाली पीढ़ी के लोगों को प्रेरणा मिलेगी। मुझे बहुत खुशी है कि मैं इसमें शामिल हो सका और मैं अपने परिवार को यहां लाना चाहूंगा।
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गौरतलब है कि 50 वर्षीय सचिन तेंदुलकर इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए सोमवार, 22 जनवरी को सुबह-सुबह अयोध्या पहुंच गए थे और फिर दोपहर में अपनी पत्नी अंजलि संग मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद उनका शानदार तरीके से स्वागत हुआ। इस दौरान तेंदुलकर को बैठने के लिए 10 नंबर वाली कुर्सी मिली, जो कि उनका जर्सी नंबर भी रहा है। समारोह के दौरान सचिन ने कई बड़ी हस्तियों से भी मुलाकात की, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं।
सचिन के अलावा इस ऐतिहासिक समारोह का कई और क्रिकेटर भी हिस्सा बने। इनमें बाएं हाथ के आलराउंडर रविंद्र जडेजा, अनिल कुंबले, वेंकटेश प्रसाद, मिताली राज समेत अन्य खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं।वहीं, कई क्रिकेटर ऐसे भी रहे जो न्योता मिलने के बाद भी प्राण प्रतिष्ठा में अपनी हजारी दर्ज नहीं करवा सके।