भारत (Indian Cricket Team) के पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर (Sanjay Bangar) का मानना है कि भारतीय वर्ल्ड कप स्क्वॉड में बाएं हाथ का एक भी तेज गेंदबाज इसलिए शामिल नहीं हो पाया क्योंकि वो मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) और मोहम्मद सिराज (Mohammad Siraj) से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
वर्ल्ड कप स्क्वॉड के बारे में संजय बांगर ने कही बड़ी बात
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के मुख्य चयनकर्ता ने हाल ही में वर्ल्ड कप 2023 के लिए 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया था, जिसमें रोहित शर्मा कप्तान, और हार्दिक पांड्या उप-कप्तान हैं। इस टीम में ऑलराउंडर समेत कुल 5 तेज गेंदबाजों हैं, जिसमें हार्दिक और शार्दुल ठाकुर के अलावा जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज शामिल हैं।
ऐसे में कई लोगों का कहना है कि भारतीय टीम में बाएं हाथ का एक भी तेज गेंदबाज क्यों नहीं है। इसके बारे में स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में बात करते हुए भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा कि,
"टीम ने पिछले दो वर्षों से एक संयोजन और एक योजना के साथ अपनी तैयारी की है। इसलिए आपको उन योजनाओं के साथ बने रहने की जरूरत होती है। हां, एक इच्छा सूची है कि आपके पास वैसा (बाएं हाथ का) तेज गेंदबाज हो, लेकिन क्या वह तेज गेंदबाज सिराज या शमी के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हो पाएगा , क्योंकि इन दोनों खिलाड़ियों में वो खास गुणवत्ता मौजूद है?”
भारत के इस पूर्व क्रिकेटर ने वीवीएस लक्ष्मण का उदाहरण देते हुए बताया कि वर्ल्ड कप की रेस में बड़े-बड़े और अच्छे खिलाड़ियों को भी पीछे रहना पड़ जाता है। उन्होंने कहा कि,
"दुर्भाग्य से, कई अच्छे खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप में खेलने का मौका नहीं मिला है। मुझे याद है कि वीवीएस लक्ष्मण 2003 में अच्छी फॉर्म में थे, लेकिन टीम संयोजन के कारण उन्हें जगह नहीं मिली।"
बांगर ने कहा कि,
"वनडे वर्ल्ड कप चार साल में सिर्फ एक बार आता है, और खिलाड़ियों को चयनित होने की संभावना बढ़ाने के लिए टूर्नामेंट के करीब अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने की जरूरत है।"