भारतीय टीम (Indian Cricket Team) से कई सालों से बाहर चल रहे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) ने हाल ही में सौराष्ट्र के लिए विजय हजारे ट्रॉफी का ख़िताब जीता है। जयदेव उनादकट की कप्तानी में सौराष्ट्र की टीम ने 15 साल बाद यह बड़ा ख़िताब अपने नाम किया है। इससे पहले जयदेव उनादकट की ही कप्तानी में सौराष्ट्र ने 2020-2021 की रणजी ट्रॉफी का ख़िताब भी जीता था। जयदेव उनादकट ने फाइनल मैच जीतने और ट्रॉफी को अपने नाम करने के बाद ट्वीट कर बताया है कि खिताबी जीत का स्वाद कैसा रहता है।
टीम इंडिया के लिए खेल चुके जयदेव उनादकट ने सौराष्ट्र की खिताबी जीत के बाद आज सुबह उठकर ट्वीट किया और लिखा कि, 'रात को दो बजे सोया, छह बजे ख़ुशी और संतुष्टि के साथ उठा हूँ। आँखे ज्यादा खुली थी। इन जीती हुई ट्रॉफियों का स्वाद कितना मीठा और लंबे समय तक चलने वाला है।'
आपको बता दें कि जयदेव उनादकट ने केवल अपनी कप्तानी का योगदान दिया, बल्कि उन्होंने गेंदबाजी में भी अहम रोल निभाया है। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने सबसे ज्यादा 19 विकेट प्राप्त किये। फाइनल मुकाबले में भी जयदेव ने किफायती गेंदबाजी की और 10 ओवर में 25 रन देकर 1 विकेट हासिल किया था।
सौराष्ट्र ने महाराष्ट्र को फाइनल मुकाबले में दी 5 विकेट से मात
अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में विजय हजारे ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला गया था। महाराष्ट्र ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सौराष्ट्र के सामने 249 रनों का लक्ष्य रखा जिसे जयदेव उनादकट की अगुवाई वाली सौराष्ट्र टीम ने आसानी से पा लिया। सौराष्ट्र टीम की तरफ से सलामी बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन ने शानदार शतक जमाया और अपनी टीम को ख़िताब दिलाया। शेल्डन जैक्सन ने 136 गेंदों पर 133 रनों की नाबाद और अहम पारी खेली। उनकी इस पारी में 12 चौके और 5 छक्के शामिल रहे।