भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने पिछले कुछ समय से कई युवा चेहरे को मौका दिया। इन युवा खिलाड़ियों में जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा निखर कर आया वह थे शुभमन गिल (Shubman Gill) जिन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी के दमपर क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में बतौर सलामी बल्लेबाज भारतीय टीम में जगह बनाई है। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में जमकर रन बनाए हैं। हालांकि वर्ल्ड क्रिकेट को शुभमन जैसा सितारा मिलने के पीछे उनके पिता लखविंदर सिंह का बड़ा हाथ है। शुभमन गिल के पिता ने उनके लिए कड़ी मेहनत की। वहीं उनके पिता ने खुलासा करते हुए बताया कि कैसे चारपाई के जरिए शुभमन बल्लेबाजी की प्रैक्टिस करते थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए शुभमन गिल के पिता लखविंदर सिंह ने बताया कि, ‘क्रिकेट में शुभमन की रुचि देखकर मैंने उसे ट्रेनिंग देने का फैसला किया। मैंने उसे हर दिन 500 से 700 गेंद खेलने को कहा। उसे तेज गेंदबाजी खेलने में अच्छा बनाने के लिए मैं गेंद को चारपाई के ऊपर फेंकता था। गेंद जब चारपाई से लगती थी तो यह तेजी से उसकी ओर जाती थी। इसके अलावा शुभमन ने बल्ले के जगह पर एक स्टंप से प्रैक्टिस की। इससे उसे गेंद को मिडिल करने में काफी मदद मिली।’
शुभमन गिल के पिता लखविंदर सिंह ने आगे कहा कि ‘हमारा गांव मोहाली से लगभग 300 किलोमीटर दूर था लेकिन सुविधाओं की कमी के कारण हम उसे लेकर मोहाली आ गए। हमने उसके क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने के लिए उसका पूरा साथ दिया। उसे सक्षम बनाने के लिए हमने 15 साल दिए ताकि वह एक विश्व स्तरीय क्रिकेटर बन सके। हमने अपना काम छोड़ दिया और रिश्तेदारों के यहां शादी समारोहों और कई पारिवारिक कार्यक्रमों में जाना छोड़ दिया ताकि हम जितना हो सके उस समय दे सकें और उसका सपना पूरा कर सकें।’
आपको बता दें हाल ही में शुभमन गिल को उनकी आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस का कप्तान भी बनाया गया है।