श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) की दो फ्रेंचाइजी को समाप्ति की मंजूरी दे दी है। एलपीएल के अधिकार धारक आईपीजी ने भुगतान चूक और अन्य आरोपों के कारण दोनों टीमों को हटाने की सिफारिश की, जिसके बाद स्वीकृति दी गई है।
एसएलसी और आईपीजी के बीच समझौते के बाद कोलंबो किंग्स और दाम्बुला वाइकिंग, दुबई के मुर्फाद मुस्तफा के साजा ग्रुप और भारत के सचिन जोशी की तेलुगु वॉरियर्स कंपनी को एलपीएल रोस्टर से हटा दिया गया है।
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक दो नए मालिकों की पहचान की गई है और आईसीसी से अनिवार्य मंजूरी मिलने के बाद इन्हें लीग में शामिल किया जाएगा। एलपीएल का दूसरा संस्करण 30 जुलाई से शुरू होगा और 27 अगस्त को फाइनल खेला जाएगा।
टीम की समाप्ति की पुष्टि लीग अधिकारियों की तरफ से आई, जिन्होंने क्रिकबज को बताया था कि आर्थिक मामलों के कारण वह दोनों मालिकों से अपने रास्ते अलग कर रहे हैं। एक मामले में लीग के अधिकारी ने खुलासा किया कि चेक बाउंस हो गया था। अधिकारी ने कहा, 'इससे लीग को फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि हम जल्द ही दो नए मालिकों की घोषणा करेंगे।' यह जानकारी मिली है कि दो नए मालिक भारत से हो सकते हैं।
नए मालिकों की घोषणा जल्द होगी
श्रीलंका क्रिकेट ने भी इस मामले पर पुष्टि की है। लंका बोर्ड ने शनिवार को बयान में कहा, 'एलपीएल के दूसरे संस्करण की शुरूआत जल्द ही होगी। इवेंट के एक्सक्लूसिव अधिकार धारक, इनोवेटिव प्रोडक्शन ग्रुप एफजेडई (आईपीजी) ने फैसला किया है कि कोलंबो किंग्स और दाम्बुला वाइकिंग का मालिकाना हक अनुपालन नहीं करने के कारण समाप्त किया जाता है।'
एसएलसी के बयान में आगे कहा गया, 'आईपीजी को कई आवेदन मिले हैं, जिन्होंने टीम खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। आईसीसी के पास इसके संबंध में सभी दस्तावेज जमा करा दिए गए हैं। स्वीकृति मिलते ही नए मालिकों की घोषणा कर दी जाएगी।'
सचिन जोशी बॉलीवुड स्टार होने के साथ-साथ बिजनेसमैन भी हैं। मुर्फाद मुस्तफा केरल के हैं, जो दुबई आधारित बिजनेसमैन हैं। कोलंबो किंग्स और दाम्बुला वाइकिंग एलपीएल 2020 के लीग चरण की शीर्ष दो टीमें थी, लेकिन दोनों ही सेमीफाइनल में अपने-अपने मुकाबले हार गई थीं।