अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने भारत (India Cricket team) के लिए आखिरी बार न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket team) के खिलाफ नवंबर-दिसंबर में मुकाबला खेला था। तब ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को दो मैचों की सीरीज में आराम दिया गया था।
हालांकि, ऐसी रिपोर्ट है कि साहा और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को अगले महीने श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिलेगी। इसका परिणाम यह रहा कि साहा ने बुधवार को बंगाल रणजी ट्रॉफी से अपना नाम वापस ले लिया।
अब दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज सैयद किरमानी आगे आए और कहा कि ऋद्धिमान साहा राजनीति का शिकार हुए। यह रिपोर्ट है कि अनुभवी विकेटकीपर को टेस्ट टीम से ड्रॉप किया जा सकता है क्योंकि भारतीय टीम उभरते हुए विकेटकीपर केएस भरत को मौका देना चाहती है। उसी समय किरमानी ने साथ ही ध्यान दिलाया कि साहा 37 की उम्र के बावजूद भारत के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं।
साहा ने भारत के लिए शानदार काम किया: सैयद किरमानी
1983 विश्व कप विजेता ने मिड-डे से बातचीत में कहा, 'कोई शक नहीं कि ऋद्धिमान साहा सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर है। मगर ऋषभ पंत को आक्रामक बल्लेबाजी के कारण मौके मिल रहे हैं। 37 साल की उम्र में भी ऋद्धि सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं। उन्हें निराश नहीं होना चाहिए। दिनेश कार्तिक और पार्थिव पटेल को इसी अंदाज में बदला गया था।'
किरमानी ने आगे कहा, 'आपने भारत के लिए शानदार काम किया। आपको ड्रॉप किया गया क्योंकि आप किसी विशेष समूह का हिस्सा नहीं है। आप राजनीति के शिकार हुए। मैं आपको शानदार विकेटकीपर के रूप में याद रखूंगा।'
इस बीच बीसीसीआई को भारतीय टेस्ट कप्तान के नाम की घोषणा करना है। पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका के हाथों टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद विराट कोहली ने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था।
ध्यान दिला दें कि दिसंबर 2014 में एमएस धोनी के संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के लाल गेंद क्रिकेट में विकेटकीपर की पहली पसंद बने थे।
बंगाल के विकेटकीपर को विकेट के पीछे लंबी छलांग लगाकर कैच पकड़ने के लिए जाना जाता है, लेकिन वो बल्ले से ज्यादा प्रभाव नहीं बना सके। जब से भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से ऐतिहासिक सीरीज जीत, तब से साहा भारतीय टीम में रिजर्व विकेटकीपर बनकर रह गए हैं।