T20 World Cup 2022 के पहले दौर से लेकर सुपर 12 में जिम्बाब्वे टीम (Zimbabwe) का औसतन प्रदर्शन रहा है। हालांकि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करते हुए एक बड़ा उलटफेर किया लेकिन बाद में बांग्लादेश और नीदरलैंड्स के खिलाफ टीम को हार मिली है। जिम्बाब्वे की गेंदबाजी इस टूर्नामेंट में शानदार रही लेकिन टीम की बल्लेबाजी का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं हो पाया। जिम्बाब्वे के हेड कोच डेविड ह्यूटन (David Houghton) ने भी टीम की बल्लेबाजी के ख़राब प्रदर्शन पर अपनी निराशा जताई है।
कोच डेविड ह्यूटन ने बल्लेबाजी पर चर्चा करते हुए नाराजगी जताई और कहा कि, 'हम इस पूरे टूर्नामेंट में अपनी बल्लेबाजी के साथ काफी कमजोर दिखे हैं। हमारी गेंदबाजी और फील्डिंग थी, जिसने हमें कई मैचों में बनाये रखा। दुर्भाग्य से, हमारी टीम की बल्लेबाजी ने निराश किया। मेरा मतलब है, हम सचमुच पिछले कुछ समय से सीन विलियम्स और सिकंदर रज़ा के कुछ रनों पर ही आधारित रहे हैं और साथ में वेस्ली मैधेवेरे व कभी-कभी क्रेग एर्विन के एक या दो योगदान पर उम्मीद बनाये हुए थे। इसलिए तो यह हमारे लिए मुश्किल हो गया है। जैसा कि मैंने कहा, इस पूरे टूर्नामेंट में हमारी बल्लेबाजी कमजोर रही है।'
सुपर 12 से पहले हुए पहले राउंड के पहले मुकाबले में ही जिम्बाब्वे की टीम ने आयरलैंड के खिलाफ 150 के पार 174 रनों का बड़ा और एकमात्र स्कोर खड़ा किया। उसके बाद टीम के बल्लेबाज 150 रन का स्कोर पार नहीं कर सके, जिसके चलते टीम को कई मुकाबलों में हार मिली है। टीम के ऑलराउंडर सिकंदर रजा ने ही उम्मीद से बढ़कर बल्लेबाजी की है। टीम के गेंदबाजों ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया और साथ ही फील्डिंग व कैचिंग तो लाजवाब रही, जिसके चलते पाकिस्तान के खिलाफ 130 रनों का टारगेट डिफेंड किया था।