टीम इंडिया (Indian Cricket Team) के गेंदबाजी कोच पारस महामब्रे (Paras Mhambrey) ने भारतीय तेज गेंदबाजों को लेकर बड़ा बयान दिया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के बाद महामब्रे ने कहा है कि भारतीय तेज गेंदबाज की चोट टीम के लिए बड़ी चिंता का विषय है, खास कर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) की चोट बड़ी चिंता का सबब है।
जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट के कारण पिछले साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, उन्होंने भारत की तरफ से अपना आखिरी मुकाबला सितंबर 2022 में खेला था। फिलहाल बुमराह अपनी पीठ की सर्जरी के बाद रिहैबिलटेशन में हैं।
गेंदबाजों को ब्रेक देना जरुरी- पारस महामब्रे
महामब्रे ने वेस्टइंडीज के खिलाफ डॉमिनिका में मिली पहले टेस्ट में जीत के बाद गेंदबाजों को ब्रेक देने की बात कही, साथ ही साथ उन्होंने बुमराह को लेकर कहा कि टीम ने सबसे ज्यादा उन्हें मिस किया।
गेंदबाजों की चोटें और वर्कलोड एक बड़ी चिंता है। अगर हम एक-डेढ़ साल देखें, तो बुमराह एक ऐसे खिलाड़ी है जिसे हम बहुत मिस करते हैं। हमने यह तय नहीं किया है कि कौन सफेद गेंद खेलेगा और कौन लाल गेंद, लेकिन अंततः हमें हमारे गेंदबाजों को ब्रेक देने होंगे।
महामब्रे ने आगे कहा कि वे महसूस करते है कि वेस्टइंडीज जैसी एक सीरीज भारतीय टीम के लिए बेंच स्ट्रेंथ बनाने के लिए एक अच्छी जगह है। महामब्रे ने कहा,
यह अवकाश हमें बेंच स्ट्रेंथ बनाने का भी एक अवसर प्रदान करता है, और साथ ही आगे बढ़ते हुए, हमें गेंदबाजों की फिटनेस और वर्कलोड प्रबंधन का ध्यान रखना होगा।
गेंदबाजी कोच ने प्रेस को सूचित करते हुए आगे कहा कि कप्तान रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ द्वारा नेतृत्वित टीम प्रबंधन ने भी इस पर विचार किया है और यह एक मुख्य चर्चा का विषय था।
बता दें कि टीम इंडिया ने इस दौरे पर जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी के बावजूद भी मोहम्मद शमी को आराम दिया है। जबकि टेस्ट, वनडे और टी20 टीम में शार्दुल ठाकुर, मुकेश कुमार, उमरान मालिक और नवदीप सैनी जैसे युवा गेंदबाजों को परिपक्व करने की दृष्टि से टीम में शामिल किया गया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि सेलेक्टर और टीम प्रबंधन का ये निर्णय इस दौरे पर कितना कारगर साबित होता है।