भारतीय टीम (Team India) के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) ने वर्ल्ड कप 2023 (CWC 2023) में अपनी शानदार गेंदबाजी से बल्लेबाजों पर खूब कहर बरपाया था। टूर्नामेंट के समापन के बाद वह अपने घर लौट चुके हैं। शमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में रहते हैं। इस बीच उनका एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने रणजी ट्रॉफी में यूपी की जगह बंगाल की ओर से खेलने की बड़ी वजह बताई है।
भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज ने हाल ही में एक फेमस ब्रांड के साथ हुए एक इंटरव्यू में खुलकर बातचीत करते हुए यह बताया कि कैसे उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की अनदेखी की जाती है। वहां पावर में बैठे लोग अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करते हैं। वीडियो में 33 वर्षीय गेंदबाज ने अपने करियर के शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताया कि,
मैं लगातार दो सालों तक यूपी का ट्रायल देने गया था। वहां सब ठीक रहता था और सब अच्छा दिखता था, लेकिन जैसे ही फाइनल राउंड आता था यूपी वाले लात मारकर मुझे बाहर निकाल दिया करते थे। वो कहते थे तुम्हारा यहां कोई काम नहीं है।
चीफ सेलेक्टर ने शमी को भाई को दिया था ये चैलेंज
भारतीय तेज गेंदबाज ने बताया कि, 'जब मैं दूसरी बार जब ट्रयाल देने गया था, तब करीब 1600 लड़के वहां मौजूद थे। चयनकर्ताओं को तीन दिनों में सभी लड़कों को देखना था। इसके बाद मेरे बड़े भईया ने वहां के चीफ सेलक्टर से मेरे लिए बात की। इस पर उन्होंने मेरे भाई को ऐसा जवाब दिया जिसकी उन्होंने उम्मीद भी नहीं की थी। सेलेक्टर ने कहा था कि अगर मेरे कुर्सी हिला सकते हो तो तुम्हारे भाई का चयन हो जायेगा। लड़का बहुत अच्छा है। वरना सॉरी।'
इसी वजह से शमी ने उत्तर प्रदेश को छोड़कर बंगाल से रणजी ट्रॉफी में खेलने का फैसला लिया जो उनके करियर के लिए सही सभी हुआ। वहीं शमी के खुलासे के बाद फैंस UPCA की काफी आलोचना कर रहे हैं और ट्विटर पर जबरदस्त प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
आइए कुछ प्रतिक्रियाओं पर नजर डालें:
(यह सच है और मेरे परिवार को भी ऐसा ही झेलना पड़ा।)
(यूपीसीए को शर्म आनी चाहिए।)