Fresh pitch for India in Champions Trophy: भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए दुबई पहुंच चुकी है। ऐसी उम्मीद थी कि दुबई में जिन पिचों पर भारत मैच खेलेगा वो धीमी पिच होगी और वहां स्पिनर्स को काफी मदद मिलेगी। हालांकि, अब ये सामने आ रहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए दो नई पिचें इस्तेमाल की जा सकती हैं। ऐसे में भारतीय टीम को एकदम से धीमी पिच पर नहीं खेलना पड़ेगा। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में कुल 10 पिचें हैं जिनमें से दो पिच पर कोई मैच नहीं खेले गए हैं और इन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बचाकर रखा गया है। पिछले साल खेले गए महिला टी-20 विश्व कप के बाद से इस मैदान पर बहुत अधिक क्रिकेट खेला गया है।
अंडर-19 एशिया कप इसी मैदान पर खेला गया था। इसके बाद इंटरनेशनल लीग T20 का भी आयोजन यहां पर हुआ है। इस लीग के 13 ग्रुप स्टेज मैच दुबई के मैदान पर खेले गए थे, लेकिन इस दौरान दो पिचों का इस्तेमाल नहीं किया गया। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पहले से ही यह संदेश पहुंचा दिया गया था कि दो पिचों को हाथ नहीं लगाया जाए ताकि इन्हें काफी कम समय में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मैच खेलने के लायक बनाया जा सके। अभी इस बात पर संदेह है कि ILT20 के प्लेऑफ में उन दो पिचों का इस्तेमाल हुआ था या नहीं।
दुबई के मैदान को हमेशा धीमी विकेट के लिए ही जाना जाता है और यहां बहुत बड़े स्कोर नहीं बनते हैं। ऐसे में अगर चैंपियंस ट्रॉफी में भी धीमी विकेट ही मिल गई तो दर्शकों का रोमांच कम हो सकता है। ICC बिल्कुल नहीं चाहेगी कि केवल 19 मैचों वाले इस टूर्नामेंट का एक भी मैच बोरिंग या बहुत छोटे स्कोर वाला हो। ऐसे में लगातार यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भारत को दुबई में अपने मैच खेलने के लिए अच्छे विकेट मिल सकें।
पाकिस्तान ने हाल ही में त्रिकोणीय सीरीज के दौरान ये संकेत दे दिया था कि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी उनके यहां की पिच बल्लेबाजी के लिए आसान रहने वाली है। चैंपियंस ट्रॉफी के जितने भी मैच पाकिस्तान में खेले जाएंगे उन सभी में अच्छे रन बनने की पूरी उम्मीद है। हालांकि, वहां पर भी स्पिनर्स को मदद निश्चित रूप से मिलने वाली है।