भारतीय मूल की पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर लिसा स्टालेकर गौरव कपूर के पोडकास्ट 22 यार्न्स में मेहमान बनकर आईं। लिसा ने ऑस्ट्रेलिया में अपने बढ़ने और मौका मिलने के बारे में अनुभव साझा किए।
स्टालेकर ने मौजूदा भारतीय महिला क्रिकेट टीम के बारे में भी अपने विचार प्रकट किए और कहा कि वो इन्हें इंग्लैंड के नए प्रारूप द हंड्रेड में खेलता देख बहुत खुश हैं।
स्टालेकर का मानना है कि विभिन्न कोचों के साथ इंग्लैंड में समय बिताने से नई चीजें सीखने को मिलेगी जो भारतीय खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि घरेलू सर्किट के लिए भी काफी फायदेमंद होगा।
स्टालेकर ने कहा, 'सबसे खुशी की बात है कि इन खिलाड़ियों को द हंड्रेड में खेलने का मौका मिल रहा है। वो विभिन्न कोचों से विभिन्न चीजें सीखेंगी। ट्रेनिंग, मानसिकता और रणनीति, सभी चीजों का उपयोग वो भारत में घरेलू क्रिकेट में कर पाएंगी।'
स्टालेकर ने महिलाओं के आईपीएल के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया था। उन्होंने कहा था कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम में पर्याप्त खिलाड़ी हैं कि 4-6 टीमों का टूर्नामेंट आयोजित कराया जा सके।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में संपन्न एकमात्र टेस्ट में शैफाली वर्मा के प्रदर्शन से काफी प्रभावित हुईं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कमाल करना चाहेगी भारतीय महिला क्रिकेट टीम
भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हाल ही में इंग्लैंड दौरा समाप्त हुआ, जहां उसने एक टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज खेली। मेजबान टीम ने वनडे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज 2-1 से अपने नाम की जबकि एकमात्र टेस्ट ड्रॉ रहा था।
अब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर धमाल मचाना चाहेगी। सितंबर में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की शुरूआत करेगी। दोनों टीमों के बीच पहले तीन वनडे खेले जाएंगे।
30 सितंबर से वाका पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच डे/नाइट टेस्ट खेला जाएगा। इससे पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलियाई एकादश महिला के खिलाफ अभ्यास मैच में हिस्सा लेगी। यह भारत के लिए ऐतिहासिक पल होगा क्योंकि पहली बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेलेगी।