न्यूज़ीलैंड देश में इस समय कोरोना का कहर ज्यादा नहीं है। लेकिन आगामी स्थिति और देश में होने वाले अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के चलते न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने द्विपक्षीय सीरीज के कार्यक्रमों में बदलाव किये हैं। लेकिन मार्च महीने की शुरुआत में शुरू हो रहे आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जायेगा। कोरोना को बढ़ते देख ICC और न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड सुरक्षा बरतने पर बड़ा फैसला ले सकता है।
आगामी महिला वर्ल्ड कप न्यूज़ीलैंड के छह मैदानों पर खेला जायेगा, जिसमें 4 मार्च से कुल 31 मुकाबले होंगे। इस सन्दर्भ में टूर्नामेंट की सीईओ एंड्रिया नेल्सन ने कहा है कि, 'जैसा कि आप कल्पना कर सकते हैं, हमने पिछले 12 महीनों में कई अलग तरह की योजनाओं को देखा। लेकिन हम योजना के मुताबिक ही शेड्यूल को बनाए रखेंगे जैसा कि छह स्थानों के साथ है। खिलाड़ियों के लिए इसमें कोई बदलाव नहीं आया है क्योंकि हम सबसे सुरक्षित टूर्नामेंट के लिए आईसीसी के साथ योजना बना रहे थे। इसलिए उसमें कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हुआ है। मुख्य रूप से, परिवर्तन स्टेडियम के अंदर दर्शकों से संबंधित हैं।
हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आयोजन बखूबी रूप से किया गया था। लेकिन न्यूजीलैंड क्रिकेट (New Zealand Cricket) ने आगामी होने वाले अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के कार्यक्रम में बदलाव करके और स्थानों के बीच ट्रेवल को कम करके देश में फ़ैल रहे ओमीक्रॉन के जोखिम से बचने के उपाय किए। फरवरी महीने में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पुरुष टीम को दो टेस्ट मैच अब क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल में होंगे। प्रारंभिक कार्यक्रम के अनुसार, टीमों को वेलिंगटन में दूसरा मैच खेलना था।
न्यूज़ीलैंड की महिला टीम भारतीय महिला टीम के खिलाफ एक टी20 और पांच एकदिवसीय मैचों के लिए मेजबानी करेगी, जो अब क्वीन्सटाउन के डेविस ओवल में खेले जाएंगे। मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले न्यूज़ीलैंड पुरुष टीम के तीन टी20 मैचों का आयोजन अब नेपियर में होगा। इसके अलावा नीदरलैंड के खिलाफ एक T20I और तीन वनडे मैच माउंट माउंगानुई और हैमिल्टन में खेले जाएंगे।