विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) की प्रमुख टीम यूपी वॉरियर्ज (UP Warriorz) ने अभी से ही दूसरे सीजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पहले सीजन में तीसरे नंबर पर रही इस टीम की ऑफ सीजन कैंप बैंगलोर में चल रही है, जिसकी अध्यक्षता टीम के हेड कोच जॉन लुइस (John Lewis) कर रहे हैं। लुइस के समूह में टीम की मदद करने के लिए इस कैंप में सहायक कोच अंजू जैन (Anju Jain), मेंटर लिसा स्थलेकर (Lisa Sthalekar) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के सहायक कोच अभिषेक नायर (Abhishek Nayar) भी मौजूद हैं।
पहले कांटेदार सीजन के बाद उम्मीद की जा रही है कि दूसरा सीजन इससे भी कठिन और प्रतिष्पर्धा से भरा होगा। इस लिए मेंटर लिसा स्थलेकर इस कैंप में खिलाड़ियों की मार्गदर्शन में मदद कर रही हैं और उन्हें दबाव में लड़ने का तरीका सिखा रहीं हैं।
विमेंस प्रीमियर लीग कोच और खिलाड़ियों के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क बिंदु- लिसा स्थलेकर
यूपी वॉरियर्ज की मेंटर और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की पूर्व दिग्गज लिसा स्थलेकर ने बैंगलोर में आयोजित ऑफ-सीजन प्रशिक्षण शिविर की महत्वपूर्णता पर बात की और इसे कोच और खिलाड़ियों के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क बिंदु बताया। स्थलेकर ने कहा,
यह बड़ी खुशी की बात है कि हम भारतीय खिलाड़ियों को एक साथ देख सकते हैं, इससे हमें यह भी पता चलता है कि हालात कैसे हैं। महिला प्रीमियर लीग एक वार्षिक टूर्नामेंट है और इसके बीच में इतने सारे क्रिकेट मैच होने के बावजूद, यह एक महत्वपूर्ण संपर्क बिंदु है ताकि कोच खिलाड़ियों की मदद कर सकें और उन्हें लगातार बेहतर बनाने में सहायता कर सकें।
स्थलेकर ने इस शिविर की महत्वपूर्णता पर प्रकाश डाला और कहा,
पहले सीजन में बढ़िया तालमेल बना था, इसलिए फिर कुछ महीने बाद मिलकर इसमें एक और स्तर जोड़ने से यह समूह और भी मजबूत होगा। पहला साल एक-दूसरे को जानने के बारे में थे और अंत में कुछ अच्छी दोस्तियाँ बन गई थीं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह विकसित होती रहे, इस तरह के प्रशिक्षण शिविर वास्तव में महत्वपूर्ण हैं।
लिसा ने अंत में UP वॉरियर्ज के खिलाड़ियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें साझा की और कहा,
सीजन का आनंद लें, आपको मिल रहे अवसरों का आनंद लें। और खुद पर कोई दबाव ना डालने की कोशिश करें, बस बाहर जाएं और वह करें जो आप अच्छे से करते हैं।