ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने महिला वर्ल्ड कप (Women World Cup) का खिताब जीता है। उन्होंने रविवार (03 अप्रैल) को खेले गए फाइनल में इंग्लैंड को 71 रनों से हराते हुए रिकॉर्ड सातवीं बार खिताब पर अपना कब्जा जमाया है। ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में ओपनर बल्लेबाज एलिसा हीली (Alyssa Healy) और रचेल हेंस (Rachael Haynes) का काफी बड़ा योगदान रहा। फाइनल में भी दोनों बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी की।
टूर्नामेंट में 500 से अधिक रन बनाने वाले हीली को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया, लेकिन उनका मानना है कि यह अवार्ड हेंस को मिलना चाहिए था। अपना अवार्ड लेते समय हीली ने कहा,
मुझे यह अवार्ड नहीं मिलना चाहिए था बल्कि यह रचेल को मिलना चाहिए था क्योंकि मैं केवल आखिरी दो मैचों में अच्छा खेली थी। मैंने वहां रहने का लुत्फ लिया।
हीली ने फाइनल में खेली 170 रनों की जोरदार पारी
हीली ने फाइनल में 138 गेंदों में 170 रनों की जोरदार पारी खेली थी जिसमें 26 चौके शामिल रहे। हीली की इस पारी ने मैच को इंग्लैंड से दूर ले जाने का काम किया। अपनी पारी पर प्रतिक्रिया देते हुए हीली ने कहा,
मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं कभी ऐसा कुछ करूंगी तो यह काफी शानदार है। हमें पता था कि पहले 10 ओवर्स में कड़ी चुनौती मिलने वाली है और हमारे सामने दो वर्ल्ड-क्लास गेंदबाज गेंद को स्विंग कराएंगे। हमें केवल इतना पता था कि हमें भावनाओं पर काबू रखना होगा।
अपनी इस धुंआधार पारी के साथ हीली ने कई रिकॉर्ड बना डाले। वह पुरुष और महिला क्रिकेट में मिलाकर वर्ल्ड कप फाइनल में सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी खेलने वाली बल्लेबाज बन गई हैं। इसके अलावा वह महिला वर्ल्ड कप की एक पारी में सर्वाधिक चौके लगाने वाली बल्लेबाज भी बनी हैं। हीली ने एक वर्ल्ड कप में 500 या उससे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया है।