मुंबई (Mumbai Cricket team) के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने उत्तराखंड (Uttarakhand Cricket team) के खिलाफ हाल ही में संपन्न रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अपना पहला फर्स्ट क्लास शतक जमाया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने दूसरी पारी में शतक जमाया था। मुंबई ने उत्तराखंड को रिकॉर्ड 725 रन के अंतर से मात दी।
यशस्वी जायसवाल ने अपने पहले शतक को खास बताया और कहा कि इसे वो हमेशा याद रखेंगे। याद दिला दें कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यशस्वी जायसवाल का यह दूसरा मैच था। उन्होंने 2019 में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था, लेकिन अंडर-19 टीम के साथ काम और महामारी के कारण घरेलू क्रिकेट में जायसवाल को मौका नहीं मिला।
यशस्वी जायसवाल ने अपने पहले शतक को महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि इससे सेमीफाइनल में उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। जायसवाल ने कहा कि रणजी क्रिकेट में पहला शतक यादगार है और कड़ी मेहनत का फल मिला।
यशस्वी जायसवाल ने स्पोर्ट्स्टार से बातचीत में कहा, 'यह शतक मेरे लिए मायने रखता है। मैं हमेशा अपने पहले शतक को याद रखूंगा। यह हमेशा के लिए यादगार है। यह मेरे जोश और मानसिकता के लिए अच्छा है। कड़ी मेहनत का फल मिला। मैंने करीब चार साल में रणजी मैच खेला। फिर अंडर-19 वर्ल्ड कप आया और फिर महामारी आ गई। मुझे पहले तीन मैचों में मौका नहीं मिला।'
ध्यान हो कि आईपीएल में यशस्वी जायसवाल ने राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया था। शुरूआत में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था, जिसके बाद उन्हें प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया गया था। मगर जायसवाल ने दूसरे हाफ में गजब की वापसी की और टीम को फाइनल तक पहुंचाने में मदद की।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, 'आईपीएल में भी यही हाल था। मैंने पहले तीन मैच खेले और फिर अगले सात मैचों के लिए बाहर हो गया। वापसी करने के बाद मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। इस पूरे समय मैंने खुद को प्रोत्साहित रखा। यह अनुभव मेरे सीखने के अनुभव का हिस्सा हैं। मुझे अपने आप पर विश्वास है। मुझे अपनी क्षमताओं पर विश्वास है।'