पापुआ न्यू गिनी की टीम 3-3 मैचों की वनडे और टी20 सीरीज के लिए ज़िम्बाब्वे के दौरे पर आई थी। वनडे सीरीज में उन्होंने अपना एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था, लेकिन ज़िम्बाब्वे ने उन्हें 3 मैचों की सीरीज में 3-0 से हराया था। 30 मार्च से 2 अप्रैल तक खेले गये टी20 सीरीज के दूसरे मैच में पीएनजी ने सुपर ओवर में जीत हासिल कर चौंकाया था, लेकिन ज़िम्बाब्वे ने बाकी 2 मैचों में जीत हासिल 2-1 से सीरीज पर कब्ज़ा किया था।
30 मार्च को खेले गये पहले टी20 में ज़िम्बाब्वे ने 8 विकेट से एकतरफा जीत हासिल की थी। पापुआ न्यू गिनी ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 110/4 का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में ज़िम्बाब्वे ने 17.4 ओवर में 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया था। ज़िम्बाब्वे की मैरी-एने मुसोंडा को 51 गेंदों में 54 रनों की नाबाद पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
31 मार्च को दूसरे मैच में पापुआ न्यू गिनी ने सुपर ओवर में ज़िम्बाब्वे को 1 रन से हराकर रोमांचक जीत दर्ज की। ज़िम्बाब्वे ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 119/6 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में पीएनजी ने भी 119/6 का ही स्कोर बनाया। मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर में पीएनजी ने 7 रन बनाये लेकिन जवाब में ज़िम्बाब्वे की टीम 6 ही रन बना सकी। पीएनजी की पौके सियाका को 33 गेंदों में 43 रनों की पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
2 अप्रैल को तीसरे मैच में ज़िम्बाब्वे ने 32 रनों से मैच के साथ-साथ सीरीज में भी जीत हासिल की। ज़िम्बाब्वे ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 136/6 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में पापुआ न्यू गिनी की टीम 104/4 का स्कोर ही बना सकी। ज़िम्बाब्वे की चिपो मुगेरी-तिरिपानो को 59 गेंदों में 66 रनों की पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
3 मैचों की टी20 सीरीज में मैरी-एने मुसोंडा ने सबसे ज्यादा 115 रन बनाये, वहीं गेंदबाजी में ज़िम्बाब्वे की ही जोसेफिन एनकोमो ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए।