श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज (IND vs SL) के लिए भारतीय स्क्वाड से कई बड़े नामों को बाहर कर दिया और इनमें से एक नाम अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा (Ishant Sharma) का भी है। इशांत को लेकर कई लोगों का मानना है कि अब उनका करियर खत्म हो चुका है लेकिन पूर्व भारतीय स्पिनर निखिल चोपड़ा इस बात से सहमत नहीं हैं। उनका मानना है कि यह तेज गेंदबाज अपने अनुभव के कारण अभी भी टीम में वापसी कर सकता है।
हाल ही में भारत के कई युवा तेज गेंदबाजों ने लाल गेंद के प्रारूप में मौकों को भुनाया और इसी वजह से सीनियर गेंदबाज इशांत पर दबाव बनता गया और उन्हें बाद में ड्रॉप भी कर दिया गया।
खेलनीति पॉडकास्ट पर चोपड़ा ने कहा कि इशांत अभी भी बैकअप गेंदबाज के रूप में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा,
इशांत शर्मा के पास अभी भी फिर से खेलने का एक मौका है। आने वाली सीरीज के लिए तेज गेंदबाजी विभाग में एक अनुभवी गेंदबाज की जरूरत होगी। युवा वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें एक बैकअप गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
आपके पास इस समय इशांत शर्मा से आगे बुमराह, सिराज और शमी हैं और दुर्भाग्य से अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है तो आप शर्मा का इस्तेमाल कर सकते हैं। 100 टेस्ट मैच खेलने के बाद, आप एक खिलाड़ी से घरेलू क्रिकेट में कम से कम 3 विकेट लेने और टीम के लिए गेम जीतने की उम्मीद करते हैं।
इशांत के लिए अभी भी मौका है - सबा करीम
भारतीय टीम घर पर उतने तेज गेंदबाज नहीं चुनती लेकिन विदेशों में आपको अधिक तेज गेंदबाज चाहिए होते हैं और इसी वजह से पूर्व भारतीय विकेटकीपर सबा करीम को लगता है कि इशांत अभी भी वापस आ सकते हैं। उन्होंने कहा,
टीम में तेज गेंदबाजों के लिए कई स्पॉट हैं, 15 में से 5 स्पॉट तक उपलब्ध हैं। इसलिए, अनुभवी गेंदबाजों के पास हमेशा टीम में जगह बनाने का मौका होगा यदि वे अच्छे फॉर्म में हैं। इसी वजह से शर्मा के पास अभी भी वापसी का मौका है।
करीम ने इशांत शर्मा और रिद्धिमान साहा के ड्रॉप होने के बीच अंतर बताते हुए कहा,
साहा के मामले में, टीम में केवल एक ही स्थान था। द्रविड़ ने कभी भी साहा को संन्यास लेने का सुझाव नहीं दिया, उन्होंने सिर्फ यह समझाया कि टीम इस समय अलग-अलग विकल्प तलाश रही है। अगर शर्मा वापस आना चाहते हैं, तो उन्हें प्रदर्शन करना होगा, अन्यथा, कोई संभावना नहीं है।